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फिर अशांत हुआ पहाड़, पुलिस की गोली से गोजमुमो कार्यकर्ता की मौत

पहाड़ फिर अशांत हो गया। पुलिस की गोली से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के एक कार्यकर्ता की मौत होने की खबर है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 08 Jul 2017 02:12 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jul 2017 02:17 PM (IST)
फिर अशांत हुआ पहाड़, पुलिस की गोली से गोजमुमो कार्यकर्ता की मौत
फिर अशांत हुआ पहाड़, पुलिस की गोली से गोजमुमो कार्यकर्ता की मौत

सिलीगुड़ी। कुछ दिनों शांत रहने के बाद पहाड़ फिर अशांत हो गया। पुलिस की गोली से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के एक कार्यकर्ता की मौत होने की खबर है। इस घटना को लेकर पुलिस तथा गोजमुमो कार्यकर्ताओं के बीच जमकर संघर्ष हुआ।

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गोजमुमो समर्थकों ने एक पुलिस बूथ को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही थाने के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया। उग्र कार्यकर्ताओं पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तथा आंसू गैस के गोले दागने पड़े। दूसरी और राज्य के मंत्री गौतम देव ने पुलिस की गोली से गोजमुमो कार्यकर्ता की मौत की खबर को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह की कोई घटना नहीं घटी है।  

दार्जिलिंग में अलग गोरखालैंड राज्य के लिए गोजमुमो सहित अन्य दलों ने बेमियादी सरकारी कार्यालय बंद का आंदोलन छेड़ा था। इसी क्रम में शुक्रवार को अ‌र्द्ध रात्रि सीआरपीएफ की गोली से एक आंदोलनकारी (जीएनएलएफ समर्थक) तांसी भूटिया की मौत हो गई। इस घटना से हिल्स में पुन: ¨हसा की फैल गई। प्रदर्शनकारी पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थे। जिसे पुलिस दर्ज करने से इंकार कर रही थी। इसके बाद ही विरोध प्रदर्शन का क्रम तेजी से हिल्स में होने लगा। इसके बाद ही शनिवार को पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली। 

शनिवार को सुबह सोनादा थाने में शव के साथ आंदोलनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसे शांत करने को पुलिस ने लाठी चार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़े। देखते ही देखते दोपहर को सोनादा ट्रैफिक पोस्ट में आंदोलनकारियों ने आग लगा दी जब तक पुलिस आग पर काबू पाने का प्रयास करती तब तक थाने में आंदोलनकारियों ने आग लगा दी। इसके बाद मुख्य सोनादा रेल स्टेशन को भी आग की भेंट चढ़ा दिया गया। दार्जिलिंग में पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गई है, जगह-जगह विरोध प्रदर्शन और ¨हसात्मक घटनाएं हो रही हैं। कालिम्पोंग, मिरिक व कर्सियांग क्षेत्र में ¨हसात्मक घटनाएं घटित होने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। भारी संख्या में पुलिसबल के साथ अ‌र्द्धसैनिक बल तैनात किया गया है।

मृत जीएनएलएफ समर्थक (तांसी भूटिया) के परिजनों का आरोप है कि तांसी अपने बीमार भाई की दवा लेने जा रहा था तभी उसे सीआरपीएफ जवान ने सिर पर गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रशासन का कहना है कि मामले की तहकीकात के बाद ही पता चल पाएगा गोली किसने मारी। 

उधर, गोजमुमो के राष्ट्रीय सहसचिव विनय तामांग ने आरोप लगाया है कि शांत पहाड़ को अशांत करने की सुनियोजित साजिश है। पहले भी जिन युवकों की मौत हुई है वह पुलिस की गोली से हुई है। अब सीआईडी जांच नहीं बल्कि सीबीआई से जांच करानी होगी। वरना तेज गति से आंदोलन होगा। 

जीएनएलएफ मन घीसिंग का कहना है कि सर्वदलीय बैठक के बाद कमेटी बनी तथा सामूहिक रूप से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन हो रहा था अचानक युवक को निशाना बनाते हुए गोली चलाना। अ¨हसक आंदोलन को ¨हसक बनाने की साजिश है। राज्य सरकार के पर्यटन मंत्री गौतम देव का कहना है कि गोली बारी की कोई घटना नहीं हुई है।

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