हरिजन विकास बोर्ड गठन की उठी मांग
जागरण संवाददाता,कर्सियाग : हरिजन विकास बोर्ड गठन की माग पर हरिजन विकास बोर्ड माग समिति, दार्जिलिं
जागरण संवाददाता,कर्सियाग :
हरिजन विकास बोर्ड गठन की माग पर हरिजन विकास बोर्ड माग समिति, दार्जिलिंग ने कर्सियाग में एक रैली व सभा का आयोजन किया। कर्सियाग के टूरिस्ट लाज से आरंभ रैली शहर की परिक्रमा करते हुए पार्क लोकेशन स्थित हरिजन समाज भवन पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। रैली व सभा की अगुआई अल इंडिया कन्फेडेरेशन आफ् एससी /एसटी अर्गनाइजेशन, पश्चिम बंगाल यूनिट के संयोजक शकर राउत ने की। रैली में उपस्थित हरिजन समुदाय की महिलाओं ने छठ मइया के गीत गाते हुए हरिजन विकास बोर्ड गठन करने की माग की।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि तृणमूल काग्रेस कर्सियाग के चेयरमैन प्रदीप प्रधान ने कहा कि दार्जिलिंग पहाड़ में सबसे पहले लेप्चा बोर्ड का गठन हुआ था जो वर्तमान में अच्छे से काम कर रहा है।बोर्ड ने अपनी जाति के कुल 11 बच्चों को आईएएस,आईपीएस व इंजीनियर बनाने के लिए उच्च शिक्षा दिलाने हेतु 58 लाख रुपये का बजट अलग से आवंटित किया है। उन्होंने कहा कि अब बनने वाले बोर्ड को कर्सियाग से ही संचालित करने की बात कोलकाता में मंत्रियों से स्पष्ट रूप से की जा चुकी है। प्रधान के अनुसार क्षेत्री बोर्ड की 26 सदस्यीय टीम आज कोलकाता के लिए रवाना हुई है।
प्रदीप प्रधान ने आगामी 27 अक्टूबर को हरिजन समाज के लोगों से उनके साथ कोलकाता चलने का आग्रह किया है। प्रधान ने समाज के लोगों से कहा कि अपनी माग को लेकर आपलोग कोलकाता चलें मैं मुख्यमंत्री से लेकर संपूर्ण संबंधित अधिकारियों से सभी की आपकी भेंट करा दूंगा जहां आप हरिजन विकास बोर्ड की मांग कर सकते हैं। प्रधान के अनुसार दागोपाप के कार्यकाल में सुभाष घीसिंग को विकास कार्य के लिए 525 करोड़ की धनराशि राज्य सरकार की ओर से दी गई थी जिसमें घीसिंग ने क्षेत्र में कई विकास कार्य भी किए किंतु जीटीए को चार हजार करोड़ रुपये मिलने के बावजूद भी विकासमूलक कार्य नही हुए हैं। जब यही बात मुख्यमंत्री ने कालिम्पोंग में कही तो गोजमुमो ने पहाड़ बंद का ऐलान कर दिया। उन्होने मोर्चा पर जनता की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाया। प्रधान ने मोर्चा से उनकी बात झुठलाने तथा उनपर मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाने की चुनौती भी डे डाली। प्रधान ने गोजमुमो की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए। प्रधान ने बताया कि जीटीए को करोड़ों रुपये देने के बावजूद विकास कार्य नहीं होने के कारण ही मुख्यमंत्री ने पर्वतीय क्षेत्र को विकसित करने हेतु ही विकास बोर्ड बनाने की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग को स्वच्छ रखने में हरिजन समुदाय के लोगों की अहम भूमिका है। जगदीश राउत की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा को संबोधित करते हुए शकर राउत ने आज की रैली व सभा को सफल बनाने में सहयोग पहुंचानेवाले लोगों को के प्रति आभार प्रकट किया। राउत ने कहा कि हरिजन समुदाय के लोग वषरें से अवहेलित व पीड़ित हैं और सरकारी सहूलियतों से वंचित हैं। इसलिए समाज को कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। राउत के अनुसार हरिजन समुदाय के लोगों के लिए भी अन्य जाति की तरह विकास बोर्ड का गठन प्रदेश सरकार को करना चाहिए। यदि हरिजन विकास बोर्ड की गठन हुआ तो इससे समुदाय के लोगों का सर्वागीण विकास संभव हो सकेगा। राउत व समाज के लोगों ने सरकार से शीघ्र ही हरिजन विकास बोर्ड गठन की आशा व्यक्त की है। रैली में उपस्थित जनसमुह से समाज के आयोजक व अतिथि उत्साहित भी दिखे।