आसनसोल के हॉकरों को नहीं हटाए रेल प्रशासन
आसनसोल आसनसोल रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के समीप दुकान लगाने वाले करीब 40 हॉकरों को नहीं
आसनसोल : आसनसोल रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के समीप दुकान लगाने वाले करीब 40 हॉकरों को नहीं हटाने की मांग को लेकर भाजपा समर्थकों ने बुधवार को डीआरएम कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। भाजपा से संबद्ध भारतीय जनता मजदूर संघ ट्रेड यूनियन नेता सत्यजीत अधिकारी के नेतृत्व में बुधवार को आसनसोल स्टेशन से जुलूस निकाला गया। इस दौरान सत्यजीत अधिकारी ने कहा कि आसनसोल स्टेशन के बाहर लगभग 40 हॉकर दुकान लगाकर जीविका चलाते हैं। जहां हॉकर दुकान लगाते हैं, उसके पीछे मॉल बन रहा है। ज्ञापन के माध्यम से डीआरएम से मांग की गई है कि भविष्य में इन हॉकरों को मॉल के कारण नहीं हटाया जाए। भाजपा के युवा नेता संतोष वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्लोगन है सबका साथ सबका विकास, उसी के तहत रेल प्रशासन गरीबों का भी ध्यान देते हुए उनकी पीड़ा को सुने। प्रदर्शन के बाद यूनियन की ओर से डीआरएम कार्यालय के मुख्य गेट पर ही आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपंकर दे की उपस्थित में टीआई वास्तव हाजरा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान नारायण राम, मलय, प्रकाश सिंह, हॉकर यूनियन के अमन पाल, मनोज कुमार, रहीम अंसारी, कृष्णा प्रसाद बर्मन आदि उपस्थित थे।
प्रदर्शन के कारण कर्मियों को हुई परेशानी, जाम में फंसे मंत्री
आसनसोल : आसनसोल के चेलीडंगाल, कुमारपुर रेल लाइन के किनारे बसे लोगों को हटने के नोटिस के खिलाफ बुधवार सुबह 11 बजे से डीआरएम कार्यालय पर प्रदर्शन के कारण डीआरएम कार्यालय में कार्यरत कर्मियों, विभिन्न जगहों से कार्यों के लिए आए रेल कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डीआरएम कार्यालय के मुख्य गेट को प्रदर्शन किए जाने के कारण सुरक्षा के मद्देनजर आरपीएफ ने बंद कर दिया था। इससे कार्यालय आने वाले उन कर्मियों का परिचय पत्र देखकर ही उनको अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा था। ऐसे कर्मी जो अपना परिचय पत्र साथ नहीं लाए थे, उन्हें भी अंदर जाने की अनुमति आरपीएफ ने नहीं दी। प्रदर्शन के कारण डीआरएम कार्यालय के सामने जाम लग गया था। कोई अप्रिय घटना न घटे इस कारण आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस के जवान भी तैनात थे। ट्रैफिक जाम की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ट्रैफिक पुलिस के जवान डीआरएम कार्यालय पहुंचे और ट्रैफिक जाम को नियंत्रित किया। जाम के बीच राज्य के श्रम व कानून मंत्री मलय घटक कुछ देर के लिए फंस गए थे। बाद में दक्षिण थाना पुलिस एवं आरपीएफ के जवानों ने जाम को हटाकर उनके वाहन को रवाना किया।