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उत्तरकाशी में सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या, हंगामा

उत्‍तरकाशी के डुंडा क्षेत्र में एक 12 साल की बच्‍ची की हत्‍या करने का मामला सामने आया है। बच्ची की दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या की गर्इ।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 10:13 AM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 09:01 PM (IST)
उत्तरकाशी में सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या, हंगामा
उत्तरकाशी में सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या, हंगामा

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: पारिवारिक सदस्यों के साथ बरामदे में सो रही किशोरी को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गई। दरिंदे उसके शव को घर से कुछ दूरी पर स्थित एक पुल पर फेंक गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई हैं। हालांकि, दरिंदों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन संदेह के आधार पर पुलिस ने सात मजदूरों को हिरासत में लिया है।

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घटना से गुस्साए लोगों ने शव सड़क पर रखकर हंगामा किया और क्षेत्रीय विधायक, डीएम व एसएसपी के वाहनों को रोके रखा। आरोपितों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर ग्रामीण शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए, लेकिन उसके बाद उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी तक शव ले जाने से इन्कार कर दिया। दरिंदगी का शिकार अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाली किशोरी के माता-पिता दिव्यांग बताए जा रहे हैं। इधर, प्रशासन ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एहतियातन उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग जिले में इंटरनेट सेवाएं दो दिन के लिए बंद कर दी हैं। अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि एसटीएफ को भी मामले के खुलासे में लगाया गया है।

डुंडा तहसील के एक गांव में बारह वर्षीय किशोरी रोज की अपने माता-पिता के साथ बरामदे में सोई हुई थी। दरिंदों ने वहीं से उसे अगवा किया। रात करीब तीन बजे मां की नींद खुली तो किशोरी बिस्तर पर नहीं मिली। इस पर उन्होंने खोजबीन शुरू की। शनिवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे गांव के निकट मोटर पुल पर उसका शव बरामद हुआ। सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। इससे पहले काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए थे। उन्होंने घटना के विरोध स्वरूप हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने शव नहीं उठाने दिया। 

इस बीच, डीएम डॉ. आशीष चौहान, एसपी सुखवीर सिंह, क्षेत्रीय विधायक गोपाल रावत और पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण भी मौके पर पहुंच गए। जिलाधिकारी के समझाने पर ग्रामीण शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने देने पर सहमत हो गए, लेकिन उन्होंने अफसरों और जनप्रतिनिधियों के वाहनों को एक घंटे तक रोके रखा। उन्होंने आशंका जताई कि पीडि़त परिवार से कुछ दूरी पर रह रहे मजदूरों ने घटना को अंजाम दिया। ये मजदूर सुबह से ही गायब बताए गए।

वहीं, देहरादून जाने वाले वाहनों में संदिग्धों की तलाश शुरू हुई। पुलिस ने टिहरी जिले के थत्यूड़ और देहरादून में परेड मैदान के पास दो वाहनों में सवार सात मजदूरों को हिरासत में ले लिया। इन सभी को उत्तरकाशी लाया गया है।  कोतवाल महादेव उनियाल ने बताया कि बच्ची के साथ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। अभी कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद उसका गला घोंटने की पुष्टि हुई है।

बड़ी बेटी नहीं थी घर पर

दंपती की बड़ी बेटी शुक्रवार को घर पर नहीं थी, कल दिन में ही वह अपने मामा के घर चली गई थी। आशंका जताई जा रही है कि दरिंदों के निशाने पर बड़ी बेटी रही होगी और उसके घर पर न होने की स्थिति में वह उसकी छोटी बहन को अगवा कर ले गए होंगे। 

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