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उत्तराखंड में इंटरनेट कनेक्टिविटी दे सकती है पर्यटन को गति, जानिए और क्‍या बोले पर्यटन मंत्री

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सूबे में पर्यटन को गति देने के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी और दूरसंचार सेवाओं को दुरुस्त करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र की सहायता से ये सुविधाएं मिल जाएं तो फिर न केवल ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का ऑनलाइन लाभ मिल सकता है!

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 06:30 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 06:30 AM (IST)
उत्तराखंड में इंटरनेट कनेक्टिविटी दे सकती है पर्यटन को गति, जानिए और क्‍या बोले पर्यटन मंत्री
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटन को गति देने के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी और दूरसंचार को दुरुस्तकी जरूरत बताई।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सूबे में पर्यटन को गति देने के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी और दूरसंचार सेवाओं को दुरुस्त करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र की सहायता से ये सुविधाएं मिल जाएं तो फिर न केवल ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का ऑनलाइन लाभ मिल सकता है, बल्कि पर्यटक ऑनलाइन भी प्रदेश के सुुदूरवर्ती क्षेत्रों के भ्रमण के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।

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गुरुवार को केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कोरोना संक्रमण के बाद पर्यटन को पटरी पर लाने को लेकर सभी राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। इस दौरान उत्तराखंड का पक्ष रखते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्र सरकार से भी उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार किए जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ईको टूरिज्म की बड़ी संभावनाएं हैं। केंद्रीय वन एवं पर्यटन मंत्रालय यदि इस दिशा में काम करे तो प्रदेश के कई स्थानों पर ट्रेकिंग शुरू हो पाएगी। इतना ही नहीं, बुग्यालों का बिना क्षति पहुंचाए भी उपयोग हो सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक ओर जहां शाक्त और वैष्णों सर्किट बनाया जा रहा है, वहीं हिमालय क्षेत्र के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले भोजन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। सभी श्रेणी के होटलों के मैन्यु में भी इसे शामिल कराया गया है।

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 प्रदेश में रिवर रॉफ्टिंग का रोमांच भी लिया जा सकता है। प्रदेश में ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा दिया गया है। सुदूरवर्ती क्षेत्रों के मंदिर और पर्यटन स्थलों में गतिविधियां शुरू की गई हैं। इन्हें बढ़ावा देने के लिए इनर लाइन की बंदिश में छूट देने की जरूरत है। ऐसा होता है तो नीति घाटी के भीतर टिंबरसैंण महादेव मंदिर, जहां बर्फ का भव्य शिवलिंग बनता है, वहां पर्यटक उसके दर्शन कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में कई नई योजनाएं चल रही हैं जिन्हें केंद्र के सहयोग की जरूरत है।

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