10 दिन बाद संचालित हुई यमुनोत्री धाम की यात्रा, जिलाधिकारी ने दिए आदेश
यमुनोत्री धाम के लिए नया वैकल्पिक मार्ग बनकर तैयार होने के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यात्रा संचालन के आदेश कर दिए हैं। बीते बुधवार की शाम को संयुक्त टीम ने मार्ग का निरीक्षण किया था। जिसकी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को भेजी थी।
उत्तरकाशी, जेएनएन। यमुनोत्री धाम के लिए नया वैकल्पिक मार्ग बनकर तैयार होने के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यात्रा संचालन के आदेश कर दिए हैं। बीते बुधवार की शाम को संयुक्त टीम ने मार्ग का निरीक्षण किया था। जिसकी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को भेजी थी।
यमुनोत्री धाम से साढ़े तीन किलोमीटर पहले और जानकीचट्टी से डेढ़ किलोमीटर यमुनोत्री की ओर भूस्खलन हुआ था। इसके चलते यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पैदल मार्ग बंद हो गया था। इसके बाद 350 मीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया गया। लेकिन, बीते छह अक्टूबर को भारी भूस्खलन के कारण वैकल्पिक मार्ग भी बंद हो गया था, जिससे यमुनोत्री धाम के लिए यात्रा भी रोक दी गई थी। इसके बाद से लोनिवि की टीम करीब 200 मीटर नया वैकल्पिक मार्ग बनाने में जुटी थी। बुधवार दोपहर वैकल्पिक मार्ग का निर्माण पूरा हुआ। साथ ही लोनिवि, राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने मार्ग का निरीक्षण किया।
यमुनोत्री धाम से 3.5 किमी पहले और जानकीचट्टी से डेढ़ किमी यमुनोत्री की ओर ऋषि गंगा के पास दस सितंबर को भारी भूस्खलन हुआ था। इससे यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पैदल मार्ग का 350 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था। इसी हिस्से में वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया गया है। लेकिन, बीते सप्ताह भारी भूस्खलन से यह मार्ग भी बंद हो गया। इसके बाद लोनिवि दोबारा वैकल्पिक मार्ग बनाने में जुटा। उपजिलाधिकारी बड़कोट चतर सिंह चौहान ने बताया कि करीब 200 मीटर मार्ग तैयार हो गया है।