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    उत्तरकाशी में वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने लिया चीन सीमा का जायजा

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Mon, 06 Jul 2020 10:17 PM (IST)

    उत्तरकाशी के निकट चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का वायुसेना परीक्षण कर रही है। वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सीमा तक उड़ान भरी और हवाई पट्टी पर तीन बार टेक ऑफ और लैंडिंग की।

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    उत्तरकाशी में वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने लिया चीन सीमा का जायजा

    उत्तरकाशी, जनएन। गलवन में हुई हिंसक झड़प के बाद उत्तराखंड से सटी चीन सीमा पर सेना तो मुस्तैद है ही, वायुसेना की सक्रियता भी बढ़ी है। उत्तरकाशी के निकट चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का वायुसेना परीक्षण कर रही है। सोमवार को वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सीमा तक उड़ान भरी और हवाई पट्टी पर तीन बार टेक ऑफ और लैंडिंग की। इससे पहले 10 जून को भी वायुसेना के मालवाहक विमान एएन-32 ने यहां लैंडिंग और टेकऑफ किया था।

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    उत्तरकाशी से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ में निर्माणाधीन हवाई पट्टी का कार्य अंतिम चरण में है। हवाई पट्टी का निर्माण कर रही एजेंसी यूपी निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम सिंह ने बताया कि ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है, शेष भी जल्द कर लिया जाएगा। दरअसल, चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां से चीन सीमा की हवाई दूरी महज 125 किलोमीटर है। यहां पर वायुसेना आपरेशन गगनशक्ति के तहत भी अभ्यास कर चुकी है। 

    वायु सेना के लड़ाकू विमानों  की आवाज से गूंजा जौलीग्रांट

    डोईवाला में भारतीय वायुसेना के दो फाइटर जेट विमान तीन जुलाई की दोपहर को डेढ़ घंटे तक जौलीग्रांट हवाई अड्डे के ऊपर व आसपास मंडराते दिखाई दिए। तेज आवाज के साथ यह विमान तेजी के साथ हवाई पट्टी के रनवे को छूते हुए उड़ान भरते भी देखे गए। 

    इन दिनों भारत- चीन बॉर्डर पर तनाव की स्थिति देखी जा रही है। उत्तराखंड की सीमा चीन से लगती हैं। सामरिक दृष्टि से भी उत्तराखंड कि सीमा की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। शुक्रवार को वायु सेना के दो लड़ाकू विमान जौलीग्रांट एयरपोर्ट के ऊपर व आसपास उड़ान भरते नजर आए।

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    पलक झपकते ही कई फाइटर विमान आकाश में जबरदस्त गर्जना व आवाज के बीच ओझल भी हो गए। दोपहर लगभग 11:30 बजे से एक बजे के बीच आसमान को थर्रा देने वाली आवाज करते इन फाइटर विमानों को देखने के लिए कई लोग अपने मकान के ऊपर व दुकानों के बाहर निकलते दिखाई भी दिए। एयरपोर्ट निदेशक बीके गौतम ने बताया कि वायु सेना के विमानों के एयरपोर्ट व आसपास मंडराने की पुष्टि की। बताया कि विमान कई बार फ्यूल भरवाने के लिए आते हैं। इसके साथ ही रुटीन में भी विमान आते-जाते रहते हैं। 

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