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Bulldozer in Uttarakhand : अतिक्रमण हटाने के लिए जब अधिकारी लेकर पहुंचे बुलडोजर, पूरी बस्ती में मच गई भगदड़- फिर हुआ यह...

प्रशासन के अपर निदेशक डा. विवेकानंद मुख्य सुरक्षा अधिकारी जीएस बोहरा निदेशक निर्माण डा. अभिषेक तोमर स्टेट अफसर डा रामगुलाल यादव सहायक सुरक्षा अधिकारी रविंद्र मिश्रा और डीपी यादव सहित सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे थे। जहा पर उपस्थित इंटक जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह के साथ अन्य कई लोगो के विरोध किया। जिसमे जर्नादन सिंह ने कहा कि लगभग 20 वर्षों से ये लोग यहां पर अपनी जीविका चला रहे हैं।

By lalit pandey Edited By: Mohammed Ammar Published: Sat, 11 May 2024 07:35 PM (IST)Updated: Sat, 11 May 2024 07:35 PM (IST)
Bulldozer in Uttarakhand : अतिक्रमण हटाने पहुंचे विश्वविद्यालय की टीम

संसू, पंतनगर : पंत विश्वविद्यालय प्रशासन ने झा कॉलोनी के पास मस्जिद कॉलोनी राष्ट्रीय मार्ग के किनारे रखे खोखा व फड़ वालों के ध्वस्तीकरण करने के लिए सुरक्षा अधिकारी और उनकी टीम के साथ तीन ट्रैक्टर ट्राली व एक जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची। हाइवे पर अधिकारियों के पहुंचते ही जनता ध्वस्तीकरण के विरोध मे खड़ी हो गई।

जिसमें प्रशासन के अपर निदेशक डा. विवेकानंद, मुख्य सुरक्षा अधिकारी जीएस बोहरा, निदेशक निर्माण डा. अभिषेक तोमर, स्टेट अफसर डा, रामगुलाल यादव, सहायक सुरक्षा अधिकारी रविंद्र मिश्रा और डीपी यादव सहित सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे थे। जहा पर उपस्थित इंटक जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह, के साथ अन्य कई लोगो के विरोध किया। जिसमे जर्नादन सिंह ने कहा कि लगभग 20 वर्षों से ये लोग यहां पर अपनी जीविका चला रहे हैं। 

परंतु बेलगाम अफसरशाही भाजपा सरकार में चल रही है। निरंतर अनैतिक कार्य कर रही है जो उचित नहीं है तथा कहा कि यह जमीन राष्ट्रीय राज्य मार्ग की है आप लोग क्यों अनावश्यक विवाद बना रहे हैं। इसके उपरांत तय हुआ कि जमीन की नपत कराने के बाद ही कोई कार्यवाही करें। उसके बाद टीम वापस चली गयी।

जब लोग चले गए तो पुनः दो घंटे बाद विवि प्रशासन पुलिस को लेकर वहा पहुंची जहा पर रोड के किनारे रखे खोखे को फिर विश्वविद्यालय प्रशासन जेसीबी से खुदाई कराने लगा दुबारा मौके पर नरायन सिंह बिष्ट, गिरधारी फर्त्याल, सनी शुक्ला, महेंद्र बाल्मिकी मौके पर पहुंचे। जहा एएचआई के अधिकारियों ने तीन मीटर जमीन छोड़ कर कोई कार्य करने करने के लिए विवि प्रशासन को कहा काफी विरोध के बाद मामला शांत हुआ तब सभी अधिकारी वापस लौट गए।


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