Baba Tersem Singh Murder: पूर्व आइएएस समेत तीन की संलिप्तता की जांच, जुटाए जा रहे साक्ष्य
Baba Tersem Singh Murder 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान सर्वजीत सिंह और अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के रूप में की थी। मामले में बाइस्तवा नामजद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व आइएएस समेत तीन लोगों की संलिप्तता की जांच भी पुलिस कर रही है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर: नानकमत्ता डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फरार एक लाख के इनामी की तलाश में जहां पुलिस जगह जगह दबिश दे रही है। वहीं मामले में बाइस्तवा नामजद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व आइएएस समेत तीन लोगों की संलिप्तता की जांच भी पुलिस कर रही है। इसके लिए साक्ष्य संकलन किए जा रहे है।
28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान सर्वजीत सिंह और अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के रूप में की थी। इस दौरान पुलिस ने तहरीर के आधार पर शूटर सर्वजीत सिंह और अमरजीत के साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व आइएएस हरबंस सिंह चुघ, तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और गुरुद्वारा श्री हर गोविंद सिंह रतनपुरा नवाबगंज के मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
साथ ही पुलिस ने हत्यारोपित फरार शूटर की तलाश करते हुए उन पर एक लाख का इनाम घोषित कर दिया था। इस दौरान हत्या के षड़यंत्र में शामिल और शूटरों को रायफल उपलब्ध कराने वाले दिलबाग सिंह, अमनदीप सिंह उर्फ काला, हरमिंदर उर्फ पिंदी, बलकार सिंह, परगट सिंह, जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिंटू व सुखदेव सिंह उर्फ सोनू के साथ ही सुल्तान व सतनाम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एक शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू हरिद्वार में मुठभेड़ में मारा गया था। जबकि दूसरे शूटर सर्वजीत सिंह की पुलिस तलाश कर रही है। इधर, हत्या में बाइस्तवा नामजद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व आइएएस हरबंस सिंह चुघ, तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और गुरुद्वारा श्री हर गोविंद सिंह रतनपुरा नवाबगंज के मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिंह की संलिप्तता है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए पुलिस साक्ष्य संकलन कर रही है।
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि विवेचना सीओ सितारगंज कर रहे है। बाइस्ता नामजद लाेगों की हत्या में संलिप्तता है या नहीं, इसकी पुष्टि जांच के बाद होगी। इसके लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे है।