Uttarakhand Weather: बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर हुआ Landslide, बाल-बाल बचे तीर्थ यात्री, देखें वीडियो
Uttarakhand Weather बारिश के कारण उत्तराखंड में परेशानियां बढ़ गई है। भूस्खलन से कई मार्ग बंद हैं। इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को दिक्कतें हो रही हैं। बीते रोज गौरकुंड हाईवे पर तलसारी के पास भूस्खलन हो गया जिसमें यात्री बाल बाल बचे।
संवाद सूत्र, फाटा (रुद्रप्रयाग): Uttarakhand Weather रुद्रप्रयाग जनपद में लगातार हो रही बारिश के चलते बुधवार देर शाम गौरीकुंड हाईवे (केदारनाथ हाईवे) पर तलसारी के पास पहाड़ी से मलबा एवं बोल्डर आ गया। इसमें हादसे यात्री बाल बाल बचे। वहीं, मार्ग के दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लगा गया। आज गुरुवार को भी मार्ग नहीं खुला है। एनएच लोनिवि की जेसीबी मशीनें मलबा हटाने में जुटी है।
15 सितंबर से बारिश का सिलसिला जारी
गत 15 सितंबर से जनपद में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिससे गौरीकुंड हाईवे जगह-जगह मलबा आने से अवरुद्ध हो रहा है। बुधवार देर शाम को फाटा से दो किमी आगे तरसाली गांव के पास अचानक पहाड़ी से मलबा एवं बोल्डर आने से गौरीकुंड हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया। जिससे मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों को परेशानी
इस दौरान तीर्थ यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ी। हालांकि एनएच की जेसीबी मशीनें लगाकर मार्ग खोले जाने का कार्य में जुटी है। लगातार हो रही बारिश से मलबा साफ करने में भी दिक्कतें आ रहे है। वहीं जिला मुख्यालय समेत पूरे जनपद में लगातार हो रही बारिश से ठंड महसूस होने लगी है।
गंगोत्री राजमार्ग अवरुद्ध, दो हजार तीर्थयात्री परेशान
गंगा घाटी में भारी वर्षा के कारण बुधवार की शाम को गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्गू गाड़ व सुनगर के बीच अवरुद्ध हुआ। लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण राजमार्ग को सुचारू करने का कार्य शुरू नहीं हो पाया।
- इस दौरान सुनगर व गंगनानी में फंसे करीब दो हजार तीर्थयात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
- प्रशासन ने भारी वर्षा के बीच तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोके जाने का भी दावा किया।
लगातार पहाड़ी से गिरते रहे पत्थर
गंगोत्री राजमार्ग पर हेल्गू गाड़ और सुनगर के बीच एक माह पहले सक्रिय हुआ भूस्खलन जोन नासूर बन गया है। गत मंगलवार की दोपहर से लेकर रात दस बजे तक राजमार्ग इसी स्थान पर अवरुद्ध रहा। बुधवार की शाम को वर्षा होने से भूस्खलन सक्रिय हुआ। लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरते रहे।