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Kedarnath: बर्फबारी से केदारनाथ पैदल मार्ग पर टूट कर गिर रहे हिमखंड

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के कारण हिमखंड टूटकर केदारनाथ पैदल मार्ग पर गिर रहे हैं जिससे बर्फ हटाने का कार्य पिछले तीन दिनों से बंद पड़ा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 07:09 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 09:17 PM (IST)
Kedarnath: बर्फबारी से केदारनाथ पैदल मार्ग पर टूट कर गिर रहे हिमखंड
Kedarnath: बर्फबारी से केदारनाथ पैदल मार्ग पर टूट कर गिर रहे हिमखंड

रुद्रप्रयाग, जेएनएन। केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बर्फबारी से केदारनाथ यात्रा की तैयारियों में व्यवधान पैदा हो रहा है। वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के मजदूरों ने पैदल मार्ग पर बड़ी लिनचोली के पास तक बर्फ हटा दी थी। लेकिन, पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के कारण हिमखंड टूटकर पैदल मार्ग पर गिर रहे हैं, जिससे बर्फ हटाने का कार्य पिछले तीन दिनों से बंद पड़ा है। मौसम ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को खुलने हैं।

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केदारनाथ धाम व आस पास के क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। जिससे पैदल मार्ग पर हिम खंड बड़ी संख्या में टूट कर गिर रहे हैं। लिनचोली से केदारनाथ तक पांच किमी के दायरे में हिम खंड टूटने की घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं से केदारनाथ यात्रा तैयारियों में व्यवधान आ रहा है। केदारनाथ यात्रा के लिए अब लगभग डेढ़ महीने का समय शेष बचा है। इस बार अप्रैल महीने में ही यात्रा शुरू हो जाएगी, गत वर्ष मई के दूसरे सप्ताह में यात्रा शुरू हुई थी। अप्रैल में ही यात्रा शुरू होने से यात्रा तैयारियां का समय से पूरा होना जरूरी है। केदारनाथ में यात्रा के पहले दिन से ही भक्तों की भारी भीड़ जमा हो जाती है।

यात्रा तैयारियों पर डीएम मंगेश घिल्डियाल लगातार नजर रखे हुए हैं। लेकिन, मौसम रोड़ा बना हुआ है। नंवबर से शुरू हुआ बर्फबारी का सिलसिला अभी तक जारी है। फरवरी के अंतिम सप्ताह में बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया था। यात्रा मैनेजमेंट फोर्स वाईएमएफ के 44 जवानों ने गौरीकुंड से भीमबली तक पैदल मार्ग पर टूटकर गिरे हल्के हिम खडों को हटा दिया था।

गौरीकुंड से भीमबली तक छह किलोमीटर पैदल मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह सुचारू है। लेकिन, इससे आगे के मार्ग से बर्फ हटाना ही असली चुनौती है। पैदल मार्ग पर छह स्थानों पर 20 फीट तक बर्फ के हिमखंड हैं, जिन्हें काट कर पैदल रास्ता बनाया जा रहा है। केदारघाटी में बार-बार मौसम खराब होने से पैदल मार्ग में काम करने वाले लोगों को दिक्कतें आ रही है।

केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचौली से आगे केदारनाथ तक बर्फ हटाने का कार्य कर रही वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के केदारनाथ प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि पिछले तीन दिनों से केदारनाथ व लिनचोली के पास भारी बर्फबारी हुई, जिससे हिम खंड टूटने की घटनाएं हो रही है, बड़ी लिनचोली तक पैदल मार्ग से बर्फ हटा दी गई थी। लेकिन, हिमखंड टूटने से फिर से पैदल मार्ग पर बर्फ जम गई है। लगातार तीन दिनों से बर्फबारी होने से बर्फ हटाने का कार्य बंद पड़ा है।

गौरीकुंड से भीमबली तक लोनिवि डीडीएमए द्वारा क्षतिग्रस्त मार्ग, स्क्रबर, नाले और पुश्तों का निर्माण किया जा रहा है। लोनिवि डीडीएमए के सहायक अभियंता दीप चन्द्र नवानी ने बताया कि गौरीकुंड से भीमबली तक आवाजाही में कोई दिक्कतें नहीं है यहां रास्ता साफ है। जहां टूट फूट है उसका मरम्मत का काम चल रहा है।

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बदरीनाथ, हेमकुंड में बर्फबारी

चमोली जिले में गुरुवार को मौसम का मिजाज कभी धूप तो कभी छांव वाला रहा। जिले के निचले इलाकों गोपेश्वर व आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से ठंड में इजाफा हुआ है, जबकि बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी के साथ ही ऊंची चोटियों पर दोपहर बाद बर्फबारी हुई है। कुछ देर तक तेज हवा चलने से भी जनजीवन प्रभावित रहा।

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