पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे की तैयारियों का किया निरीक्षण
प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौर के मद्देनजर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह व डीजीपी अनिल रतूड़ी ने अपनी टीम के साथ केदारनाथ पहुंचकर वहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नवंबर प्रथम सप्ताह में संभावित केदारनाथ दौर के मद्देनजर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह व डीजीपी अनिल रतूड़ी ने रविवार को अपनी टीम के साथ केदारनाथ पहुंचकर वहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया। लगभग तीन घंटे केदारनाथ में बिताकर उन्होंने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर मंच निर्माण और उनके गरुड़चट्टी जाने के लिए एटीवी वाहन (ऑल टरेन व्हीकल) की व्यवस्थाएं भी जांची।
मुख्य सचिव अपनी टीम के साथ सुबह लगभग साढ़े नौ बजे हेलीकॉप्टर से केदारनाथ हेलीपैड पहुंचे और पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत हो रहे कार्यों की प्रगति देखी। धाम में जिन पांच योजनाओं की नींव पिछले वर्ष प्रधानमंत्री ने रखी गई थी, उनमें से तीन का शुभारंभ वह अपने कार्यक्रम के दौरान कर सकते हैं। सीएस ने जल संस्थान के हेलीपैड में बने पेयजल टैंक का निरीक्षण कर उसके चारों ओर पत्थरों की दीवार बनाने के निर्देश जल संस्थान को दिए। साथ ही वीआइपी हेलीपैड और हेलीपैड से मंदिर जाने वाले रास्ते की मरम्मत कराकर वहां रेलिंग पर पेंट कराने को भी कहा। उन्होंने केदारनाथ मंदिर परिसर में उचित दिशा में बैरिकेडिंग लगाने और मंदिर परिसर व उसके आसपास साफ-सफाई कराने की भी संबंधित विभागों को हिदायत दी।
साथ ही जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल से कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान मीडिया कर्मियों के उपयोग के लिए मंदिर के समीप किसी उपयुक्त स्थल पर मीडिया गैलरी के अलावा वीआइपी मंच व पांडाल का भी निर्माण कराया जाए। इस मौके पर डीजीपी अनिल रतूड़ी, सचिव वित्त अमित नेगी, सचिव ऊर्जा राधिका झा, प्रबंध निदेशक जीएमवीएन ज्योति यादव, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग समेत बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
यह भी दिए निर्देश
- मंदिर के सामने गोल चबूतरे के बायीं ओर ऊबड़-खाबड़ हिस्सें में मिट्टी-पत्थर से किया जा भरान।
- मंदाकिनी और सरस्वती नदी के तट पर बनाए जा रहे घाट, सुरक्षा दीवार, रास्तों का निर्माण 31 अक्टूबर तक पूर्ण किया जाए।
- केदारनाथ-गरुड़चट्टी पैदल मार्ग पर एटीवी वाहन के संचालन को उचित व्यवस्था की जाए।
- मंदाकिनी नदी की ऊपरी पहाड़ी पर साधना के लिए तैयार की गई गुफा में गेरुआ झंडा लगाया जाए, ताकि गुफा के बर्फ से ढकने पर भी उसकी लोकेशन मिलती रहे।
- वीआइपी हेलीपैड से जीएमवीएन के अतिथि गृह तक पैदल मार्ग पर पड़ने वाले विद्युत केबल को भूमिगत किया जाए। ताकि बर्फबारी के दौरान भी आपूर्ति बाधित न हो।
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