तेज बारिश और भूस्खलन का कहर, 450 से अधिक भेड़-बकरियों की मौत
रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और बज्रपात के चलते चार सौ पचास से अधिक भेड़-बकरियों की मौत हो गर्इ है। साथ ही दो भेड़ पालक घायल हुए हैं।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: रविवार मध्य रात्रि को तेज बारिश और भूस्खलन के कारण ऊखीमठ ब्लाक के उच्च क्षेत्रों में दो स्थानों पर 450 से अधिक भेड़-बकरियों की मौत हो गई। इस घटना में दो भेड़ पालक भी घायल हो गए। एसडीएम ने दोनों क्षेत्रों में रेस्क्यू टीमें रवाना कर दी हैं।
रविवार मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे ग्राम पंचायत बुरुवा से करीब 22 किमी ऊपर हिमालय क्षेत्र में बिसुड़ी ताल के छजमानी में भूस्खलन व बज्रपात से 250 भेड़-बकरियां मर गई। घटना की जानकारी वहां मौजूद भेड़पालक बीरेंद्र सिंह ने गांव के लोगों को दी। इस पर ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान को फोन पर घटना के बारे में बताया।
उधर, भादड़ी में भी अतिवृष्टि से 200 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। भेड़पालक हीरा सिंह ने घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आसमानी बिजली की चपेट में आने से भेड़पालक देवेंद्र ङ्क्षसह व आलम ङ्क्षसह भी घायल हुए हैं। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ चौहान ने दोनों क्षेत्रों के लिए राजस्व, वन और पशुपालन विभाग के कर्मचारियों के साथ एसडीआरएफ के जवानों की दो टीमें गठित की। दोनों टीमें क्षेत्र में भेड़-बकरियों को मौत की सही सूचना और क्षेत्र में हुए नुकसान का सही जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौपेंगी।
एसडीएम ने बताया कि दो भेड़पालकों के घायल होने की बात भी कही जा रही है, जिसमें एक लकवाग्रस्त हो गया है। पूरी स्थिति टीम के वहां पहुंचने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। इधर, सूचना पर सारी, गैड, बष्टी आदि गांवों से भी काफी संख्या में ग्रामीण बिसुड़ी व भादड़ी के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि ग्रीष्मकाल में गांवों के भेड़पालक भेड़-बकरियों के साथ बुग्याल क्षेत्रों में चले जाते हैं, जहां वे मानसून सीजन तक रहते हैं। सर्दियां शुरू होते ही ये चरवाहे अपने पशुओं के साथ वापस आने लगते हैं।
यह भी पढ़ें: मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, पिथौरागढ़ के स्कूलों में अवकाश घोषित
यह भी पढ़ें: बारिश से मकान ध्वस्त, सड़कें बंद; अगले 24 घंटे होगी भारी बारिश
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में डरा रहा मौसम, बारिश के दौरान पेड़ गिरने से युवक की मौत