चौरास के कर्इ गांवों का एलान, सड़क नहीं बनी तो करेंगे चुनाव का बहिष्कार
चौरास के कई गांव के लोगों ने एलान किया है कि अगर सड़क पहले की तरह ही नहीं बनार्इ जाएगी तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
श्रीनगर गढ़वाल, जेएनएन। चौरास मोटर पुल से गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चौरास परिसर की बाउंड्री से लगी जमीन पर अगर पहले की तरह ही सड़क नहीं बनी तो चौरास के मढ़ी, मंगसू, सांकरों, सुपाणा क्षेत्र के ग्रामीण लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। मंगसू में ग्रामीणों की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
दरअसल, साल 2013 में आई अलकनंदा नदी की भीषण बाढ़ से हुए भूस्खलन और भारी भूमि कटाव के कारण लगभग पांच सौ मीटर यह लंबी सड़क पूरी तरह बह गई थी। चौरास पुल से सूरी मंदिर होते हुए इसी सड़क से होकर चौरास के लोग श्रीनगर आते-जाते थे।
मंगसू में ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद बहुगुणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि जून 2013 की भीषण आपदा में लगभग पांच सौ मीटर लंबी यह सड़क पूरी तरह बह जाने से चौरास क्षेत्र के लोगों को आने-जाने में कर्इ तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
सरकार अब चौरास मोटर पुल से डंगवाल गधेरा होते हुए मढ़ी क्षेत्र की ओर एक लंबी सड़क बनाने की योजना पर कार्य कर रही है। जिससे इस क्षेत्र की दूरी पुल से लगभग तीन किमी कम हो जाएगी। जबकी, पहले की तरह सूरी मंदिर होते हुए सड़क बनने पर पुल से यह दूरी मात्र पांच सौ मीटर होगी। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगर ये सड़क सूरी मंदिर होते हुए नहीं बनी तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन को भी अवगत कराया है।
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