राहत पैकेज की मांग को लेकर एक हफ्ते तक बंद रहेंगे सभी होटल
नगर और श्रीकोट गंगानाली के होटल व्यवसायियों ने प्रदेश सरकार से आर्थिक पैकेज देने की मांग की है।
By Edited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 08:57 PM (IST)
श्रीनगर गढ़वाल(पौड़ी), जेएनएन। पौड़ी गढ़वाल जिल के श्रीनगर और श्रीकोट गंगानाली के होटल व्यवसायियों ने प्रदेश सरकार से आर्थिक पैकेज देने की मांग की है। शनिवार को हुई होटल एसोसिएशन बैठक में निर्णय लिया है कि जब भी होटल खोलने की अनुमति दी जाएगी, उस दिन से लेकर अगले एक सप्ताह तक क्षेत्र के सभी होटल बंद रखे जाएंगे। बैठक में होटल के बिजली, पानी के बिल एक वर्ष के लिए माफ करने के साथ ही होटल के ऋण ब्याज को एक वर्ष के लिए माफ करने, यूजर चार्जेज नहीं लेने, होटल संचालन और रख-रखाव और कर्मचारियों के वेतन को लेकर होटेलियर्स को आर्थिक सहयोग करना, होटल स्वामियों को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाने की मांग की गई।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अप्पल रतूड़ी, महासचिव विनीत पोस्ती, नरेश नौटियाल आदि होटल व्यवसायियों ने मांग को लेकर बैठक के उपरांत उपजिलाधिकारी श्रीनगर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया। प्रकाश उनियाल, पुरुषोत्तम चमोली, दीपक पालीवाल, धनवीर नेगी, राजीव विश्नोई, विजय गैरोला, मनवीर भंडारी, राजहंस आहूजा, रिंकू जैन, दीपक नौटियाल आदि ने बैठक में विचार व्यक्त किए।
सडौन में 30 जून तक पर्यटकों के प्रवेश पर रोक
पौड़ी जिले की प्रमुख पर्यटन नगरी और छावनी शहर लैंसडौन में 30 जून तक बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले स्थानीय लोगों को भी सात दिनों के संस्थागत क्वारंटाइन का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही लैंसडौन कैंट की सीमा में प्रवेश दिया जाएगा। छावनी परिषद की ओर से कैंट निर्देशों का पालन करवाने के लिए कैंट सीमाओं पर पुलिस व विभागीय कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। छावनी परिषद के चेयरमेन ब्रिगेडियर अनूप सिंह चौहान ने शुक्रवार को कैंट एक्ट-2006 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए यह निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से पर्यटन नगरी लैंसडौन को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाए गए हैं। इसके तहत लैंसडौन में 30 जून तक पर्यटकों का प्रवेश पूरी तरह निषेध रहेगा।
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