बाहर से देहरादून आए 1310 लोग किए गए संस्थागत क्वारंटाइन
बाहरी राज्यों से दून पहुंच रहे 1310 लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया गया।
देहरादून, जेएनएन। बाहरी राज्यों से दून पहुंच रहे 1310 लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया गया। इसके अलावा सीमाओं पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनपद में प्रवेश करने वाले 62 लोगों की रैंडम सैंपलिंग की।
बाहरी राज्यों से देहरादून में आ रहे प्रवासी और अन्य लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला प्रशासन ने शुक्रवार को 1310 लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया। इसके अलावा अन्य राज्यों से आने वाले कुल नौ व्यक्तियों के सैंपल लिए गए। जिनमें, दून अस्पताल में तीन आइडीएसपी में एक, रायवाला में चार, धर्मावाला में एक सैंपल शामिल हैं। इसके सीमाओं पर व अन्य स्थानों पर 62 व्यक्तियों की रैंडम सैंपलिंग भी की गई। जिसमें महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर में तीन, आशारोड़ी में 15, रायवाला में एक, जौलीग्रांट एयरपोर्ट में 21, सचिवालय में पांच व आइडीएसपी से 17 सैंपल शामिल हैं।
कंटेनमेंट जोन में 529 लोगों की सामुदायिक निगरानी
प्रशासन की ओर से आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं को सामुदायिक निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसके तहत आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की 20 टीमों ने देहरादून के विभिन्न कंटेनमेंट जोन में 529 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया। इसके अलावा आगबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं ने होम क्वारंटाइन किए गए 792 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी भी की।
अस्वस्थ लोगों की निगरानी
आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अस्वस्थ या जल्द बीमार पड़ने वाले लोगों की भी निगरानी का कार्य किया जा रहा है। जिसमें मुधमेह रोगी, हृदय रोगी, उच्च रक्तचाप, जिनका डायलिसिस चल रहा हो एवं गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। शुक्रवार को ऐसे कुल 142 व्यक्तियों का चिह्नित किया गया। अभी तक जनपद में ऐसे कुल 832 लोग चिह्नित किए जा चुके हैं।
अपने खर्च पर होटल में रहकर कराइए इलाज
कोरोना संक्रमित अब निजी खर्चे पर होटल में रहकर भी अपना इलाज करा सकते हैं। जिलाधिकारी ने इस संबंध में आदेश कर दिए हैं। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल से शुक्रवार को एक आढ़ती के परिवार के पांच लोग, एक निजी और एक सरकारी चिकित्सकों समेत आठ लोगों को शिफ्ट कर दिया गया।
जाखन स्थित एक होटल को इसके लिए अनुबंधित किया गया है। यहां पर मेडिकल टीम भी तैनात की गई है। होटल का एक व्यक्ति का एक दिन का कमरे का किराया 950 रुपये और तीन वक्त का खाना एवं नाश्ता 450 रुपये में मिलेगा। यानि पूरे दिन का खर्च 1400 रुपये आएगा। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि उन ही मरीजों को होटल भेजा जाएगा जिनको कोई लक्षण नहीं होंगे। न ही उन्हें तीन दिन से बुखार आया हो। होटल जाने के इच्छुक आठ लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है।
आठ मरीज कोविड केयर सेंटर में किए शिफ्ट
सर्वे चौक स्थित तीलू रौतेली छात्रवास में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल से आठ मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया। नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीण पंवार ने बताया कि सभी का स्वास्थ्य सामान्य है। उनमें कोई लक्षण नहीं हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक उनकी देखरेख में जुटे हैं। उधर, सीएमओ डा. बीसी रमोला ने राजपुर रोड पर रेड फॉक्स होटल, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय हर्रावाला कोविड केयर सेंटर के अलावा शिमला बाईपास पर बंसल होम क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। यहां पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया।
जेएस समेत पांच की जांच रिपोर्ट नेगेटिव
बीती 29 मई को कैबिनेट बैठक में शामिल गोपन विभाग के संयुक्त सचिव ओंकार सिंह समेत चार अन्य कार्मिक की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कैबिनेट की उक्त बैठक में काबीना मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सचिवालय में हड़कंप मच गया था। काबीना मंत्री के किसी न किसी तरह संपर्क में आने की वजह से गोपन विभाग के कार्मिकों के भीतर डर दूर नहीं हो सका। संयुक्त सचिव ओंकार सिंह बुखार, खांसी, दस्त का संक्रमण होने के बाद बीते रोज खुद ही कोविड-19 का टेस्ट कराने अस्पताल पहुंच गए। उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई। शुक्रवार को गोपन के उप सचिव प्रकाशचंद्र जोशी व अजीत सिंह, अनुभाग अधिकारी एसपी भट्ट व समीक्षा अधिकारी जगदीश कुमार का शुक्रवार को रैपिड टेस्ट कराया गया। उक्त चारों कार्मिकों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।
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