पीठ व कमर दर्द से बचने को घटाएं वजन, नियमित व्यायाम भी बेहद जरूरी
अगर पीठ और कमर दर्द की समस्या है और निरंतर बढ़ती जा रही है तो इसकी अनदेखी न करें। बीमारी गंभीर न हो जाए, इससे पहले ही मोटापा कम करना शुरू कर दें।
हल्द्वानी, जेएनएन : अगर पीठ और कमर दर्द की समस्या है और निरंतर बढ़ती जा रही है तो इसकी अनदेखी न करें। बीमारी गंभीर न हो जाए, इससे पहले ही मोटापा कम करना शुरू कर दें। खराब जीवनशैली को ठीक करने के साथ ही व्यायाम को दैनिक जीवनचर्या का हिस्सा बना लें। यह सलाह रविवार को दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर में कृष्णा अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर के वरिष्ठ हड्डी, जोड़ व स्पाइन विशेषज्ञ डॉ. जेएस खुराना ने दी। उन्होंने पीठ व कमर दर्द के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार के बारे में कुमाऊं भर के सुधी पाठकों को परामर्श दिया।
दर्द के ये हैं बड़े कारण
- एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठना
- कार-बाइक से लंबी यात्रा करना
- गलत तरीके से बैठकर टीवी देखना
- लंबे समय तक गर्दन झुकाकर मोबाइल प्रयोग करना
- आगे झुककर काम करना
- अचानक भारी वजन उठाना
80 फीसद दर्द में ऑपरेशन की जरूरत नहीं
डॉ. खुराना ने बताया कि कमर व पीठ दर्द के 80 फीसद मरीजों में ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ती है। केवल 10 से 15 फीसद मरीजों में ऑपरेशन करना होता है। इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। समय रहते सही इलाज करा लेना चाहिए। एक्सरे, एमआरआइ की जांच में बीमारी की सही स्थिति का पता चल जाता है। इसी आधार पर इलाज की सलाह दी जाती है।
बोझ जरूरत से ज्यादा न हो
बचपन से ही बच्चे पर जरूरत से ज्यादा बोझ लाद दिया जाए तो इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। बच्चों में धीरे-धीरे पीठ दर्द की समस्या होने लगती है। इसलिए निर्धारित गाइडलाइन के आधार पर ही बोझ उठाया जाए।
दर्द से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
- नियमित व्यायाम करें
- सर्वाइकल पेन होने पर कॉलर पहनें
- काम के बीच में आराम भी करें
- कंप्यूटर को गर्दन के सामने रखें
- मोबाइल का प्रयोग जरूरत से ज्यादा न करें
- कुर्सी में बैठने के लिए कुशन का प्रयोग करें
- दर्द होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
- प्रोटीन डायट अधिक लें
- फैटी डायट से दूर रहे
इन्होंने लिया परामर्श
रामनगर के दिनेश छिमवाल, छवि राम, मुकुंद सिंह, कठघरिया की शोभा बेलवाल, जोगा सिंह, बिंदुखत्ता की आशा बोरा, बानना के अजय कुमार चौबे, गदरपुर के अशोक चावला, पिथौरागढ़ के प्रमोद सिंह नेगी, संजय सिंह बोरा, भीमताल के रमेश चंद्र, नैनीताल खुर्पाताल की पुष्पा पांडे, नवाबी रोड हल्द्वानी की तनुजा, कोटाबाग की कला बिष्ट, हल्दूचौड़ के संजीव कुमार, हल्द्वानी के सुबोध, चम्पावत के हयात सिंह बोरा, रुद्रपुर के मुनिन्द्र पाल, बागेश्वर की सरोज जोशी आदि ने परामर्श लिया।
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