uttarakhand lockdown day 10 : ग्राहकों की जमाखोरी से मंडी में सडऩे लगी सब्जी, लग रही लाखों की चपत
कोरोना वायरस के भय से लोगों ने सब्जी व राशन की खरीदारी एक सप्ताह से पहले ही कर ली थी। जिसका असर नवीन मंडी पर पड़ने लगा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना वायरस के भय से लोगों ने सब्जी व राशन की खरीदारी एक सप्ताह से पहले ही कर ली थी। जिसका असर नवीन मंडी पर पड़ने लगा है। लॉकडाउन के पहले दिन खरीदारी करने के लिए प्रशासन से मिली छूट का लोगों ने भरपूर फायदा उठाया था। जहां लोगों ने जरूरत से ज्यादा खरीदारी कर स्टोर कर लिया वहीं, पिछले दो दिनों से मंडी में खरीदारी को कोई ग्राहक नहीं पहुंच रहा है। जिसके कारण मंडी में रखे फल-सब्जी को नुकसान हो रहा है। आढ़तियों का कई बोरा गाेभी बर्बाद हो गया और उन्हें फेेंकना पडा।
लॉकडाउन के पहले दिन प्रशासन से मिली तीन घंटे की छूट में थोक मंडी से 1800 क्विंटल सब्जी की बिक्री हुई थी। ऐसे में लोगों की डिमांड के अनुसार मंडी समिति ने आगे के लिए सब्जियों का पर्याप्त स्टॉक रखना शुरू कर दिया। लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में लोगों ने बढ़चढ़ के जरूरत की सामग्री की खरीदारी की। वहीं, उन दिनों मंडी समिति के अध्यक्ष व सचिव ने लोगों से मंडी में भीड़ कम करने के साथ ही मंडी में सब्जी के पर्याप्त स्टॉक होने की जानकारी भी दी थी। इसके बावजूद उपभोक्ताओं ने सब्जियों की जमाखोरी जा रखी। जबकि थोक मंडी में रोजाना आलू, प्याज और अन्य सब्जियों की आपूर्ति लगातार सुचारू है।
करीब दो क्विंटल गोभी बर्बाद
मंडी आढ़ती चरनजीत सिंह ने बताया कि थोक मंडी का 80 प्रतिशत का कारोबार पहाड़ से होता है। जबकि हल्द्वानी में केवल 20 प्रतिशत ही थोक कारोबारी है। वहीं, लॉकडाउन के भय से लोगों ने शुरुआत में ही जरूरत से ज्यादा की खरीदारी की थी। लेकिन इन दिनों ग्राहकों मंडी में खरीदारी को नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में स्टॉक में रखा 250 कट्टा गोभी सड़ चुका है। जहां करीब 17 हजार रुपये का नुकसान झेलना पड़। इसके अलावा अन्य आढ़ती भी इन दिनों घाटे का सौदा कर रहे हैै। मनोज साह, अध्यक्ष, मंडी समिति हल्द्वानी ने बताया कि मंडी ने ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के पहले दिन से सब्जियों का पर्याप्त स्टॉक मंगाया गया था। लेकिन लोगों की जमाखोरी से मंडी व आढ़तियों को नुकसान पहुंच रहा है।
ऐसे घटी आपूर्ति
सामग्री दिनांक
27 मार्च 1 अप्रैल
आलू 2616 270 क्विंटल
टमाटर 208 192 क्विंटल
मटर 112 61 क्विंटल
गोभी 324 101 क्विंटल
लौकी 140 11 क्विंटल
प्याज 469 925 क्विंटल
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