Uttarakhand: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूरन चंद्र शर्मा का निधन, 76 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Uttarakhand उत्तर प्रदेश सरकार में पर्वतीय विकास मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूरन चंद्र शर्मा नहीं रहे। वह लंबे समय से बीमार थे। मंगलवार को 76 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया है। मूलरूप से अल्मोड़ा निवासी पूरन चंद्र शर्मा वर्तमान में रामपुर रोड देवलचौड़ में रहते थे। लंबे समय से बीमार शर्मा का इलाज चल रहे थे।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश सरकार में पर्वतीय विकास मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूरन चंद्र शर्मा नहीं रहे। वह लंबे समय से बीमार थे। मंगलवार को 76 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट समेत तमाम भाजपा नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
मूलरूप से अल्मोड़ा निवासी पूरन चंद्र शर्मा वर्तमान में रामपुर रोड देवलचौड़ में रहते थे। लंबे समय से बीमार शर्मा का इलाज चल रहे थे। पिछले एक वर्ष से वह हैदराबाद में बेटी के साथ थे और कुछ दिन पहले ही यहां पहुंचे थे। मंगलवार शाम पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
कुमाउं संभाग में ली अंतिम सांस
उनके निधन की सूचना पर नाते-रिश्तेदार, शुभचिंतकों व भाजपा नेता सांत्वना देने पहुंचे। उनकी पत्नी का पूर्व में निधन हो गया था। उनकी एक बेटी और चार भाई हैं। सबसे छोटे भाई कैलाश शर्मा भी अल्मोड़ा से विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। अंतिम संस्कार 27 सितंबर को पूर्वाह्नन 11 बजे रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर किया जाएगा। इससे पूर्व साढ़े 10 बजे उनका पार्थिव शरीर कुमाऊं संभाग कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
राज्य गठन के बाद पहले प्रदेश अध्यक्ष थे शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री श्री पूरन चंद शर्मा जी का लंबी बीमारी के बाद आकस्मिक निधन अत्यंत दुखद है।
समस्त भाजपा परिवार ईश्वर से प्रार्थना करता है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे।
ॐ शांतिः pic.twitter.com/ZWDY9gfs23— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) September 26, 2023
भाजपा नेता सुरेश तिवारी ने बताया कि पूरन शर्मा वर्ष 1991 में अल्मोड़ा की तत्कालीन बारामंडल विधानसभा सीट से विधायक बने थे। सीएम कल्याण सिंह की सरकार में पर्वतीय विकास मंत्री बनाए गए थे। वर्ष 2001 में राज्य बनने के बाद भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष रहे। इसके बाद सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी के समय उन्हें मंडी परिषद का अध्यक्ष बनाया गया था।
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भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने बताया कि पूरन शर्मा का आत्मीय मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहा था। राज्य बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनका निधन भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है। राम मंदिर निर्माण से लेकर उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पूरन चन्द्र शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनका स्वभाव सरल था। यही कारण था कि वह ऊंचे पदों पर रहते हुए भी कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय रहे। राजनीति में उनकी अलग पहचान थी। वह हमेशा विवादों से दूर रहे।
प्रदेश भर से शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का लगा तांता
सीएम पुष्कर सिंह धामी भी पूरन चंद्र शर्मा के निधन पर शोक जताया। कहा कि ईश्वर पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दें। परिवार के लोगों को कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे। केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि पूरन शर्मा का पार्टी व जनहित के विकास में महत्वपूर्ण योगदान था। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। अजय भट्ट ने उनके भाई व उनकी पुत्री को फोन कर सांत्वना दी।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि बड़े भाई के रूप में पूरन शर्मा का मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहा। उनके साथ बिताए पल बार-बार याद आ रहे हैं। मैंने आज अग्रज, मागर्दशक को खोया है। यह समाज व पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है।
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