World Literacy Day 2021 : रंग ला रही साक्षर मुहिम, मासूमों के हाथ में कूड़े की जगह थमाई किताब
World Literacy Day 2021 वंचित और गरीब परिवारों के इन बच्चों को साक्षर करने का बीड़ा उद्यांश संस्था पर है। एमबीपीजी समेत अन्य डिग्री कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र-छात्राएं तीन साल से इस अभियान में जुटे हैं। शिक्षण सामग्री का खर्च भी आपसी सहयोग से संस्था ही उठाती है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : World Literacy Day 2021 : चोरगलिया रेलवे फाटक के किनारे बस्ती में रहने वाले 35 बच्चे अब भीख मांगने की बजाय पढ़ाई में व्यस्त हैं। हफ्ते में चार दिन सुबह और शाम को इनकी दो-दो घंटे क्लास चलती है। इसी तरह रुद्रपुर में 35 और खटीमा में 45 बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। वंचित और गरीब परिवारों के इन बच्चों को साक्षर करने का बीड़ा उद्यांश संस्था पर है। एमबीपीजी समेत अन्य डिग्री कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र-छात्राएं तीन साल से इस अभियान में जुटे हैं। आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण शिक्षण सामग्री का खर्च भी आपसी सहयोग से संस्था ही उठाती है।
उद्यांश की सचिव प्राची मिश्रा ने बताया कि अक्सर बस्ती के बच्चों को कॉलेज के आसपास भीख मांगते हुए देखा करते थे। तब आपस में मंथन किया कि हम इनके जीवन को संवारने में क्या कर सकते हैं। इसके बाद 15 सितंबर 2018 से साक्षर मुहिम शुरू कर दी गई। कोरोना काल की वजह से फिलहाल सप्ताह में चार दिन ही क्लास चलाई जा रही है। खटीमा व रुद्रपुर में 12वीं में पढऩे वाले विद्यार्थी भी संस्था से जुड़ बस्तियों में बच्चों को पढ़ाने में मदद करते हैं। हल्द्वानी में पहले बच्चों को खुले में पढ़ाया जाता था, लेकिन धूप-बारिश से बचने को अब शेल्टर बनाया गया है। ताकि दिक्कत न आए।
12 बच्चों का दाखिला करवाया
उद्यांश संस्था के अध्यक्ष प्रफुल्ल जोशी, उपाध्यक्ष शिखा पांडे, सचिव प्राची मिश्रा, कोषाध्यक्ष प्रियंका नेगी, संस्थापक सदस्य सागर भट्ट के अलावा सदस्य मनीष आर्य व भूपेश बोरा इस मुहिम को चलाते हैं। हल्द्वानी में 12 बच्चों का स्कूल में दाखिला भी करवा दिया गया। अन्य की प्रक्रिया अभी चल रही है। आधार कार्ड आदि दस्तावेज नहीं होने से एडमिशन में दिक्कत आती है।