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12 वर्ष बाद भारत के अंतिम गांव सीपू में होगी महादेव की विशेष पूजा, दारमा वैली लौटने लगे प्रवासी

पिथौरागढ़ जिले में स्थित देश का अंतिम गांव सीपू 15 जून से शिवमय होगा। इस गांव में 12 वर्ष के बाद महादेव की विशेष पूजा अर्चना होगी। आयोजन में भाग लेने के लिए दारमा वैली के अंतर्गत आने वाले 14 गांवों के लोग देशभर से अपने गांव पहुंचने लगे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 04 Jun 2022 02:21 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jun 2022 02:21 PM (IST)
तीन दिवसीय आयोजन के लिए गांव पहुंचने लगे हैं दारमा वैली के लोग।

पिथौरागढ, जागरण संवाददाता : पिथौरागढ़ जिले में स्थित देश का अंतिम गांव सीपू 15 जून से शिवमय होगा। इस गांव में 12 वर्ष के बाद महादेव की विशेष पूजा अर्चना होगी। आयोजन में भाग लेने के लिए दारमा वैली के अंतर्गत आने वाले 14 गांवों के लोग देशभर से अपने गांव पहुंचने लगे हैं।

चीन सीमा से लगे भारतीय भू भाग को भगवान शंकर की भूमि माना जाता है। हिंदुओं की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा कैलास मानसरोवर इसी भूमि से होती है। सदियों से यात्री इसी मार्ग से भगवान शिव के धाम कैलास पहुंचते हैं। धारचूला तहसील के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में तीन घाटियां हैं।

व्यास घाटी, चौदांस घाटी और दारमा घाटी। तीनों घाटियों में बारह वर्ष के अंतराल में भगवान शिव की विशेष पूजा होती है। इस वर्ष यह पूजा दारमा घाटी की सीपू गांव में होनी है। चीन सीमा से लगे इस गांव में सीपाल जाति के लोग रहते हैं। पूजा में दारमा घाटी के अंतर्गत आने वाले 14 गांवों के लोग भागीदारी करेंगे। परंपरागत ढंग से होने वाली इस पूजा को लेकर गांव की युवा पीढ़ी में खासा उत्साह है। गांव की नई पीढ़ी पहली बार इस पूजा में शिरकत करेगी। देश भर में फैले दारमा वैली के लोग पूजा में भाग लेने के लिए गांवों में पहुंचने लगे हैं।

पैदल मार्ग की हालत खस्ता, लोग परेशान

सीपू गांव पहुंचने के लिए बनाया गया पैदल मार्ग पिछले माह ग्लेशियर खिसकने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ स्थलों पर मार्ग बेहद खतरनाक हालत में है। बुजुर्गों और महिलाओं को गांव पहुंचने में खासी दिक्कत हो रही है। अगले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में लोग सीपू गांव पहुंचेंगे। उन्होंने एसडीएम नंदन कुमार को मार्ग की हालत की जानकारी देते हुए अविलंब मार्ग को ठीक कराए जाने की मांग की है।


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