पक्षपात का आरोप : छात्रवृत्ति घोटाले में 120 कॉलेजों को बचा रही एसआइटी
आरोप लगाया कि देहरादून में 120 कॉलेजों में छात्रवृत्ति वितरण में घपला हुआ चूंकि यह कॉलेज बड़े नेताओं के हैं इसलिए एसआइटी इन कॉलेजों को बचाने की कोशिश कर रही है।
नैनीताल, जेएनएन : करीब पांच सौ करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में आरोपी समाज कल्याण विभाग के अफसर जीआर नौटियाल ने बड़ा रहस्योद्घाटन किया है। नौटियाल के अधिवक्ता ने एसआइटी पर जांच में पक्षपात बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि जांच सिर्फ हरिद्वार में की जा रही है, देहरादून में क्यों नहीं। यह भी आरोप लगाया कि देहरादून में 120 कॉलेजों में छात्रवृत्ति वितरण में घपला हुआ, चूंकि यह कॉलेज बड़े नेताओं के हैं, इसलिए एसआइटी इन कॉलेजों को बचाने की कोशिश कर रही है।
गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी समाज कल्याण विभाग के अफसर जीआर नौटियाल की याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में गिरफ्तारी पर रोक लगाने की प्रार्थना की गई थी। कोर्ट ने नौटियाल को राहत नहीं दी है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि देहरादून जिले में स्थित जीआइडी एकेडेमी, दून घाटी कॉलेज, हिमगिरी कॉलेज, आइआइटी जौनसार, देवभूमि, जेबी इंस्टीट्यूट, एसबी कॉलेज, कुकरेजा कॉलेज, दून बिजनेस, डीआइटी, सीमा डेंटल, हिमालयन आयुर्वेदिक अस्पताल, माया कॉलेज, बिहाइव आदि कॉलेजों को बचाने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि यह सभी कॉलेज बड़े नेताओं से जुड़े हैं। याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि वह समाज कल्याण अधिकारी हैं। उनके द्वारा छात्रवृत्ति का पैसा सरकार के शासनादेश-2006 के अनुरूप ही कॉलेजों को आवंटित किया है मगर एसआइटी द्वारा उनकी जांच ना कर उनका शोषण कर रही है। एसआइटी शासनादेश का गलत तरीके से उपयोग कर रही है।
यह भी पढ़ें : गलत जाति प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहीं जसपुर की सीडीपीओ बर्खास्त