ईद-उल-अजहा के लिए ऑनलाइन हो रही बकरों की बिक्री, कोरोना की वजह से बाजार प्रभावित
कोरोना संक्रमण को देखते हुए बकरा कारोबारियों ने ऑनलाइन के माध्यम से बकरा मंगाना और बेचने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : ईद-उल-अजहा को केवल एक सप्ताह बाकी है, मगर बाजार से रौनक गायब है। वजह कोई और नहीं बल्कि कोरोना संक्रमण है। क़ुर्बानी के लिए बकरों का बाजार भी ठंडा पड़ा है। हर साल त्योहार में तीस लाख के बकरों के कारोबार पर कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। बाहरी बकरा व्यापारियों के नहीं आने से लोगों को मन माफिक बकरे नहीं मिल रहे हैं। हालांकि स्थानीय बकरा कारोबारियों ने ऑनलाइन के माध्यम से बकरा मंगाना और बेचने का सिलसिला शुरू कर दिया है, लेकिन बकरे का उचित दाम नहीं मिलने से मजबूरन कम दाम में बेचना पड़ रहा है। बकरा से सजने वाला बाजार में 40 फीसद भी कारोबार नहीं बचा है।
पहाड़ से होती है अधिक आमदनी
हल्द्वानी में पहाड़ से काफी बकरों की आवक होती है। बकरा कारोबारी वसीम ने बताया कि भीमताल, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा आदि जगहों से काफी बकरे आते हैं। लॉकडाउन होने से खरीदार हल्द्वानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में औने-पौने दाम में बकरे बेचने पड़ रहे हैं। यूपी के संभल, बरेली व बदायूं से हर साल बकरा कारोबारी व्यापार करने हल्द्वानी पहुंचते हैं, इस बार लोग नहीं पहुंचे हैं।
वाट्सएप पर फोटो भेज बुक करा रहे बकरा
लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद होने से लोग कारोबारी से वाट्सएप पर बकरे की फोटो मँगाकर बुक कर रहे है। जिसके बाद कारोबारी द्वारा बकरे की होम डिलवरी दी जा रही है। कारोबारी वसीम ने बताया कि भीमताल, रामनगर, भवाली, किच्छा, मुक्तेश्वर आदि क्षेत्रों से बकरों की ऑनलाइन बुकिंग के आर्डर आए है।
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