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हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचा रेस्क्यू दल

नंदा देवी में लापता पर्वतारोहियों को खोजबीन करने तथा शव निकालने के लिए रेस्क्यू दल नंदा देवी बेस कैंप पहुंच चुका है। सारे उपकरण और खाद्यान्न सहित सारा सामान भी वहां पहुंच चुका है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 06:56 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2019 06:56 PM (IST)
हेलीकॉप्टर से नंदा देवी बेस कैंप पहुंचा रेस्क्यू दल

पिथौरागढ़ / मुनस्यारी, जेएनएन : नंदा देवी में लापता पर्वतारोहियों को खोजबीन करने तथा शव निकालने के लिए रेस्क्यू दल नंदा देवी बेस कैंप पहुंच चुका है। सारे उपकरण और खाद्यान्न सहित सारा सामान भी वहां पहुंच चुका है। दल के पंद्रह सदस्य नंदा देवी बेस कैंप दो तक पहुंच गए हैं। शेष सदस्य बेस कैंप प्रथम में हैं। नंदा देवी में बीते माह एवलांच आने से सात विदेशी और एक भारतीय लाइजन अफसर लापता हो गए थे। जिसमें बाद में रैकी के दौरान नंदा देवी में कुछ शव नजर आए। रेस्क्यू के लिए भारत सरकार से लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव के निर्देशन पर आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की 32 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इस टीम द्वारा दो जुलाई तक अभियान चलाया जाना है। अभियान में आइटीबीपी के 18 पर्वतारोही शामिल हैं। दल तीन दिन पूर्व मुनस्यारी पहुंच गया था।

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शनिवार को वायु  सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू दल के सदस्यों को नंदा देवी बेस कैंप पहुंचाया गया है।जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार दल में शामिल 15 सदस्य को नंदा देवी बेंस कैंप द्वितीय में हैं। शेष सदस्य बेस कैंप प्रथम में हैं। इसी दौरान वायु सेना के हेलीकॉप्टर से अभियान के लिए सारे उपकरण , खाद्यान्न व अन्य सामान भी बेस कैंप तक पहुंंचा दिया गया है। बताया जा रहा है कि दल के सदस्य नंदा देवी में रेस्क्यू के लिए अभ्यास करेंंगे। प्रथम चरण में बेस कैंपों के बीच आने जाने तथा  अपने को यहां के मौसम के अनुसार ढालेंगे। इसके बाद अभियान प्रारंभ हो जाएगा। प्रशासन ने बताया कि अभियान की अवधि तक के लिए सारी सामग्री पहुंचा दी गई है। शनिवार को ही पिथौरागढ़ से हेलीकॉप्टर से सामग्री बेस कैंप तक पहुंचा दी गई है।

आइटीबीपी के पर्वतारोही सोनाल कर रहे दल का नेतृत्व

दल का नेतृत्व आइटीबीपी के प्रसिद्ध पर्वतारोही आरएस सोनाल कर रहे हैं। अभियान के तहत रेस्क्यू दल नंदा देवी में उस स्थान तक जाएगा जहां पर शव नजर आ रहे हैं। इस दौरान वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से रेकी भी की जाती रहेगी।

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