हादसों पर लगाम की तैयारी, अब जिले में निजी कंपनी खोजेगी सड़कों के डेंजर जोन
नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिले की सड़कों के डेंजर जोन चिह्नित करने के लिए अब नए सिरे से कवायद होगी। डेंजर जोन को चयन करने का जिम्मा अब निजी कंपनी को दिया जा रहा है।
नैनीताल (जेएनएन) : नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिले की सड़कों के डेंजर जोन चिह्नित करने के लिए अब नए सिरे से कवायद होगी। इससे पूर्व हुए विभागीय सर्वे में जनपद नैनीताल में 511 दुर्घटना स्थल मिले थे। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। उस रिपोर्ट को तैयार करने में चार विभाग जुटे थे। अब निजी कंपनी को यह काम दिया जा रहा है। बढ़ते सड़क हादसे लगातार चिंता की वजह बन चुके हैं। ऐसे में तीन माह पूर्व परिवहन विभाग, प्रशासन, पुलिस व लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम ने सर्वे कर डेंजर जोन तय किए थे। जिनकी मरम्मत का काम फिलहाल अटका है। अब शासन ने दोबारा किसी निजी कंपनी को बतौर सलाहकार नियुक्त कर सर्वे का जिम्मा सौंपा है। लोनिवि प्रांतीय खंड नैनीताल के अधिशासी अभियंता को नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लोनिवि के मुताबिक कंपनी का अनुबंध हो चुका है। उसकी कॉपी मिलने पर सर्वे का काम शुरू होगा। ऊधमसिंह नगर व नैनीताल दो जिलों में डेंजर जोन चिह्नित होंगे।
एस मोड़ में वन भूमि का मामला : रामपुर रोड पर पंचायत घर से लेकर पंतनगर मोड़ तक कई जगह डेंजर जोन है। इसमें टांडा जंगल का एस मोड़ मुख्य है। मोड़ को चौड़ा कर ठीक किया जाना है। जिसमें कुछ वन भूमि के हस्तांतरण की जरूरत है।
इस तरह के हैं डेंजर स्पॉट
-सड़कों पर बड़े गड्ढे
-सड़क पर कमजोर पुल
-बेहद संकरी हैं सड़कें
-सड़कों पर तीव्र मोड़
-भूस्खलन वाले मार्ग
सड़क हादसों में नैनीताल तीसरे नंबर पर : राज्य गठन से लेकर इस साल मई तक प्रदेश में कुल 7477 हादसे हो चुके हैं। इस साल जनवरी से मई के बीच ऊधमसिंह नगर में 92 व नैनीताल जिले में 45 लोगों की जान सड़क हादसों में जा चुकी है। हादसों को लेकर नैनीताल जिला प्रदेश में तीसरे नंबर पर है।
नहीं भरे शहर के गड्ढे : नगर निगम की सड़कों में मौजूद गड््ढे लंबे समय से भरे नहीं गए हैं। कुल 51 गड्ढों की मरम्मत को लेकर साढ़े 37 लाख का बजट बनाया गया था, लेकिन लोनिवि को 12 लाख ही भुगतान हुआ। जिस वजह से काम अटका है।
पूर्व में चिह्नित डेंजर जोन की रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। जिस पर आगे की कार्यवाही शासन स्तर से ही सुनिश्चित होगी। - राजीव मेहरा, आरटीओ
निजी कंपनी को सर्वे का काम मिला है। लोनिवि कंपनी को सहयोग करेगी। बाकी हर चीज मुख्यालय स्तर से तय होनी है। -चंदन सिंह नेगी, ईई, प्रांतीय खंड लोनिवि नैनीताल
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