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पिथौरागढ़ में सौर ऊर्जा और पिरूल से बनेगी बिजली, 300 किलोवाट क्षमता के प्रस्ताव को मंजूरी

प्रदेश सरकार ने पिथौरागढ़ जनपद में सोलर और पिरू ल से बिजली बनाने के तीन प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। उद्यमी अपने प्रोजेक्ट से तैयार बिजली यूपीसीएल को सीधे बेच सकेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 11:09 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 11:09 AM (IST)
पिथौरागढ़ में सौर ऊर्जा और पिरूल से बनेगी बिजली, 300 किलोवाट क्षमता के प्रस्ताव को मंजूरी
पिथौरागढ़ में सौर ऊर्जा और पिरूल से बनेगी बिजली, 300 किलोवाट क्षमता के प्रस्ताव को मंजूरी

पिथौरागढ़, जेएनएन : प्रदेश सरकार ने पिथौरागढ़ जनपद में सोलर और पिरू ल से बिजली बनाने के तीन प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। उद्यमी अपने प्रोजेक्ट से तैयार बिजली यूपीसीएल को सीधे बेच सकेंगे। सरकार ने हाल ही में छोटे स्तर पर बिजली उत्पादन को उद्योग की श्रेणी में शामिल किया है। इसके तहत प्रदेश भर में उद्यमियों से प्रस्ताव मांगे गए थे। सीमांत जिले पिथौरागढ़ के तीन प्रस्ताव शासन ने स्वीकृत कर दिए हैं। पहला प्रस्ताव अस्कोट क्षेत्र से आया है, जिसमें उद्यमी ने सोलर ऊर्जा के जरिए 300 किलोवाट बिजली तैयार करने की योजना बनाई है। इसके लिए अस्कोट में सोलर प्लांट लगाया जाएगा। 
पिरूल से बिजली तैयार करने के दो प्रस्ताव डीडीहाट तहसील के चौबाटी और मिर्थी से मिले हैं। उद्यमियों ने  25-25 किलोवाट बिजली तैयार करने का खाका तैयार किया है। प्रस्तावों की स्वीकृति के बाद उद्यमी और उरेडा के बीच अनुबंध होगा। प्रस्तावित स्थल के निरीक्षण की प्रक्रिया के बाद ये प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे। प्रोजेक्ट लगाने वाले उद्यमियों को उद्योग विभाग की मदद मिलेगी। 

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ऊर्जा का स्रोत है पिरूल
चीड़ की पत्तियां जलने पर भारी ऊष्मा देती है। रेजिन के कारण यह ऊर्जा का स्रोत है। पिरूल की गर्मी को मेकेनिकल ऊर्जा में तब्दील कर इससे विद्युत उत्पादन हो सकता है। यदि वन विभाग को पर्याप्त पिरूल मिलता है, तो कंपनियों के साथ एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग) साइन किया जाएगा। 

शासन से मिली स्‍वीकृति 
एके शर्मा, परियोजना प्रबंधक, उरेडा, पिथौरागढ़ ने बताया कि सीमांत जिले पिथौरागढ़ के तीन बिजली उत्पादन प्रस्तावों को शासन से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही प्रोजेक्ट स्थल का निरीक्षण कर कार्य शुरू  किया जाएगा। प्रदेश में पिरू ल से बिजली उत्पादन के 20 प्रस्तावों को स्वीकृति मिली है। बिजली उत्पादन करने वाले उद्यमी यूपीसीएल को सीधे बिजली बेच सकेंगे। इस योजना से भविष्य में रोजगार के नए अवसर सृजि त होंगे। 

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