अब बेहतर काम करने वालों को ही एसओजी में मिलेगी पोस्टिंग : डीएफओ
तराई पूर्वी वन प्रभाग में एसओजी टीम का गठन कर लिया गया है। रेंजर समेत दस लोगों की टीम बनाई गई है। इंचार्ज को छोड़कर अन्य सभी लोग अस्थायी तौर पर तैनात किए गए हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : तराई पूर्वी वन प्रभाग में एसओजी टीम का गठन कर लिया गया है। रेंजर समेत दस लोगों की टीम बनाई गई है। इंचार्ज को छोड़कर अन्य सभी लोग अस्थायी तौर पर तैनात किए गए हैं। वजह बतौर एसओजी टीम में उनके काम का आंकलन करना है। डीएफओ ने साफ कहा कि बेहतर काम करने वाले वनकर्मी की जगह टीम में बरकरार रहेगी, जबकि बाकी को दोबारा उनकी पुरानी जगह भेज दिया जाएगा।तराई पूर्वी वन प्रभाग की एसओजी टीम से जुड़े कुछ ऑडियो-वीडियो जनवरी में सोशल मीडिया में खूब वायरल हुए थे, जिसके बाद लापरवाह कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई करने के साथ प्रभागीय वनाधिकारी नीतिश मणि त्रिपाठी ने रेंजर समेत पूरी टीम को हटाकर ऑफिस से अटैच किया गया।वहीं सोमवार को डीएफओ ने वन क्षेत्राधिकारी चंदन अधिकारी को सुरक्षा दल प्रभारी नियुक्त करने के साथ कुल दस लोगों की टीम घोषित कर दी। टीम में मात्र रेंजर को छोड़कर अन्य सभी लोग अस्थायी तौर पर नियुक्त हुए हैं। डीएफओ के मुताबिक जिन कर्मियों को सुरक्षा दल दस्ते में प्रदर्शन बेहतर रहेगा। उन्हें दोबारा मौका दिया जाएगा, जबकि अन्य को 45 दिन के बाद मूल तैनाती में वापस भेजा जाएगा।
एसओजी की नई टीम में शामिल : जलागम से रेंजर चंदन अधिकारी, प्रेम राम वन दारोगा बाराकोली रेंज, संतोष भंडारी खटीमा रेंज, वन आरक्षी पान सिंह मेहता दक्षिण जौलासाल रेंज, ललित हर्बोला किशनपुर रेंज, भूपाल सिंह जीना डौली रेंज, हरदीप नयाल गौला रेंज, हिमांशु कुमार खटीमा रेंज, नीरज रावत खटीमा रेंज। इसके अलावा एक चालक टीम में रहेगा।
खनन डिवीजन को एसओजी की जरूरत : तराई पूर्वी वन प्रभाग में गौला और नंधौर का खनन क्षेत्र शामिल है। बीस दिन पहले टीम भंग होने की वजह से सिर्फ गौला रेंज के उपर कार्रवाई का जिम्मा आ गया था। चार करोड़ 65 लाख का राजस्व डिवीजन को सिर्फ गाडिय़ां पकडऩे से मिला है।
ट्रैक्टर-ट्रॉली सीज : गौला रेंजर गणेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि गश्ती दल ने सोमवार सुबह बिंदुखत्ता एरिया में छापेमारी की। इस दौरान अवैध खनन में एक ट्रैक्टर-ट्राली सीज की गई। डीएफओ नीतिश मणि त्रिपाठी के अनुसार वन्यजीवों की सुरक्षा व अवैध खनन पर कार्रवाई को लेकर नए सिरे से टीम गठित हो चुकी है। रेंजर को छोड़ अन्य वनकर्मी अपने प्रदर्शन के आधार पर भविष्य में टीम में रहेगा। लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
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