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महाराष्ट्र से लौटे चम्पावत पहुंचे बाराकोट के प्रवासियों को 28 दिन रहना पड़ेगा क्वारंटाइन

चंपावत जिले के बाराकोट ग्राम पंचायत के लोग महाराष्ट्र से वापस लौटे गांव के प्रवासियों को 28 दिन तक क्वारंटाइन में रखने पर सहमत हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 04:43 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 04:43 PM (IST)
महाराष्ट्र से लौटे चम्पावत पहुंचे बाराकोट के प्रवासियों को 28 दिन रहना पड़ेगा क्वारंटाइन

लोहाघाट, जेएनएन : चंपावत जिले के बाराकोट ग्राम पंचायत के लोग महाराष्ट्र से वापस लौटे गांव के प्रवासियों को 28 दिन तक क्वारंटाइन में रखने पर सहमत हैं। उन्होंने इसे कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए जरूरी बताया है। बता दें कि महाराष्ट्र से लौटे बाराकोट के आठ लोगों को जवाहर नवोदय विद्यालय चम्पावत में 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा गया है। इनमें से कुछ की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उन्हें जिला चिकित्सालय में आइसोलेट किया गया है।

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क्वांरटाइन में रह रहे लोगों को छोडऩे के बाद नियमानुसार इतने ही दिन होम क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा लेकिन ग्रामीणों ने सुरक्षा के लिहाज से उन्हों होम क्वारंटाइन के बदले संस्थागत क्वांरटान में रखने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों के इस निर्णय का प्रशासन ने भी स्वागत किया है।

बाराकोट के ग्राम प्रधान राजेश सिंह अधिकारी ने बताया कि गांव के आठ लोगों को जवाहर नवोदय विद्यालय चम्पावत में क्वारंटाइन किया गया है। क्वारंटाइन की मियाद पूरी होने के बाद उन्हें 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना है।

ग्राम पंचायत ने प्रवासियों के परिजनों एवं आम ग्रामीणों से संपर्क कर प्रवासियों को होम क्वारंटाइन के बजाय जीआईसी बाराकोट में संस्थागत क्वारंटान करने का निर्णय लिया है। इस बात को लेकर क्वारंटाइन में रह रहे प्रवासियों की सहमति भी ले ली गई है। जिन लोगों को जिला अस्पताल में आइसोलेट किया गया है उन्हें भी वहां से घर भेजने के बाद 14 दिन तक संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा।

ग्राम प्रधान ने बताया कि इसकी जानकारी प्रशासन को भी दी जा रही है। बताया कि यह मामला ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ है। इधर ग्राम पंचायत की इस पहल का ग्रामीणों के साथ प्रशासन ने भी स्वागत किया है।

जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, विधायक पूरन सिंह फत्र्याल, ब्लाक प्रमुख विनीता फत्र्याल, ज्येष्ठ प्रमुख नंदा बल्लभ बगौली, लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए खुशी जताई है। खंड शिक्षाधिकारी आरआर लोहिया ने भी इस पहल को सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्व बताया है।

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