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धन सिंह रावत पर बरसे लोहाघाट विधायक, कहा-जहां हेलीकाप्टर उतरने की सुविधा सिर्फ वहीं जा रहे आपदा प्रबंधन मंत्री

बैठक में लोहाघाट के विधायक पूरन सिंह फत्र्याल ने अपना गुस्सा आपदा मंत्री धन सिंह रावत पर उतार दिया। उन्होंने आपदा राहत कार्यों में देरी होने का आरोप लगाया। कहा कि मंत्री उन्ही स्थानों पर आपदा का दौरा कर रहे हैं जहां चॉपर उतर सके।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 04:29 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 04:29 PM (IST)
इस दौरान मंत्री चुपचाप विधायक की बातें सुनते रहे। खरी-खोटी सुनाने के बाद विधायक बैठक छोड़कर बाहर निकल आए।

संवाद सहयोगी, चम्पावत : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चम्पावत दौरे पर लोहाघाट विधायक पूरन फत्र्याल का गुस्सा सातवें आसमान पर था। वह एक बार फिर अपनी ही सरकार के मंत्री व जिलाधिकारी पर बरस पड़े। पहले आपदा मंत्री धन सिंह रावत को खरी-खोटी सुनाई। इसके साथ ही जिलाधिकारी पर सरकार मे गलत आंकड़े भेजकर गुमराह करने का आरोप भी लगाया।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चम्पावत पहुंचने के बाद सबसे पहले नगर से लगे तेलवाड़ा गांव पहुुंचे जहां उन्होंने आपदा में मारे गए लोगों के स्वजनों का हाल जाना और उन्हें सांत्वना दी। बाद में उन्होंने सर्किट हाउस में आपदा प्रबंधन को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में लोहाघाट के विधायक पूरन सिंह फत्र्याल ने अपना गुस्सा आपदा मंत्री धन सिंह रावत पर उतार दिया। उन्होंने आपदा राहत कार्यों में देरी होने का आरोप लगाया। कहा कि मंत्री उन्ही स्थानों पर आपदा का दौरा कर रहे हैं, जहां चॉपर उतर सके। कहा कि उनकी विधानसभा में इस आपदा से सात लोगों की जान गई है लेकिन उस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

विधायक यहीं नहीं रुके उन्होंने जिलाधिकारी को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने सीएम की मौजूदगी में ही डीएम शासन को फर्जी आंकड़े भेजने का आरोप लगाया। विधायक फत्र्याल ने कहा कि वह पीडि़तों को ढाढ़स बंधाने हर क्षेत्र में गए और लोगों को हर संभव सहायता व्यक्तिगत रूप से देने का प्रयास कर रहे है। लेकिन डीएम और प्रशासनिक अमला बिना उन क्षेत्रों में जाए सीएम के सामने फर्जी आंकड़े पेश कर रहा है। सुल्ला क्षेत्र में चार लोग आपदा में हताहत हुए लेकिन प्रशासन का एक भी बड़ा अधिकारी वहां नहीं पहुचा।

सीएम से कहा कि ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए जो आपदा पीडि़तो की उपेक्षा कर सरकार को झूठे और फर्जी आंकडे देकर गुमराह करने में लगे है। उन्होंने कहा कि उनकी विधान सभा में भी आपदा से व्यापक नुकसान हुआ है लेकिन मंत्री तो छोडि़ए जिले के आला अधिकारियों ने भी आना उचित नहीं समझा। विधायक ने दिल्ली जाकर शिकायत करने और राजनीति छोडऩे तक की चेतावनी दे डाली। इस दौरान मंत्री चुपचाप विधायक की बातें सुनते रहे। खरी-खोटी सुनाने के बाद विधायक बैठक छोड़कर बाहर निकल आए। 

डीएम आफिस से दो किमी दूर तेलवाड़ा पर दो दिन बाद पहुंचे

मालूम हो कि आपदा राहत में लापरवाही का आरोप कांग्रेसी भी लगा चुकी है। आपदा प्रबंधन अधिकारी को हटाने की मांग को लेकर मोर्चा भी खोल रखा है। आपदा के चलते जनपद में 11 लोग जान गवां चुके है और इस दौरान इन स्थानों पर प्रशासन के आला अधिकारियों ने जाने की जहमत तक नही उठाई। जब सीएम के आने का दौरा बना तब दो दिन बाद तेलवाड़ा में डीएम पहुंचे। जबकि वहां की दूरी डीएम दफ्तर से महज दो किमी है।

पहले भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं फत्र्याल 

लोहाघाट के विधायक पूरन सिंह फत्र्याल पहले भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। टनकपुर-जौलजीबी मोटर मार्ग को लेकर उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए थे। शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी के चम्पावत दौरे पर उन्होंने केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत पर अपना गुस्सा निकालकर कहीं न कहीं सरकार के खिलाफ ही उंगली उठाई है। अपनी सरकार के मंत्री पर विधायक का आक्रोश एक बार फिर चर्चा का बाजार गर्म है।  

विधायक पूरन सिंह फर्तयाल ने बताया कि आपदा मंत्री धन सिंह रावत के सामने मैंने अफसरों द्वारा आपदा से निपटने में बरती जा रही लापरवाही को रखा। इस मामले में जिलाधिकारी समेत अन्य जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही से में संतुष्ट नहीं हूं। जो भी सच्चाई होगी वे जनता के हित में प्रमुखता से उठाऊंगा। जनता के हित में मैं हर कुर्बानी के लिए तैयार हूं।


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