उड़ता पंजाब बन रहा उत्तराखंड, कुमाऊं में बढ़ रहा नशे का कारोबार
उत्तराखंड में नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। कुमाऊं में नशे का कारोबार अपनी जड़ें जमा चुका है। यहां आए दिन तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं।
By Edited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 07:20 PM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 04:13 PM (IST)
हल्द्वानी, [संदीप मेवाड़ी]: कुमाऊं की धरती में तराई से पहाड़ तक नशे के सौदागरों का जाल फैल चुका है। पहाड़ से तराई के लिए चरस और गांजा की तस्करी की जा रही है, तो स्मैक, हेरोइन जैसे जानलेवा मादक पदार्थ तराई से पहाड़ पर पहुंच रहे हैं। तराई-भाबर में नशीली दवाइयां व इंजेक्शन लेने के लती भी तेजी से बढ़ रहे हैं। पुलिस महकमे के रिकॉर्ड बताते हैं कि इस वर्ष 1.79 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ पुलिस ने सात माह में पकड़े हैं। जबकि 217 मुकदमे दर्ज कर कुल 232 तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।
उत्तराखंड का कुमाऊं मंडल नशे के मामले में पंजाब बनता जा रहा है। सबसे अधिक नशे के लती तराई से लेकर पहाड़ तक बढ़ रहे हैं। पुलिस महकमे के रिकॉर्ड बताते हैं कि बागेश्वर को छोड़कर हर जिले में पुलिस स्मैक बरामद कर चुकी है। ये स्मैक बहेड़ी, बरेली, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिलासपुर से तस्करी कर तराई से पहाड़ तक पहुंच रही है। चरस के नशे के लती तो हर जिले के युवा हो रहे हैं। सात माह में मंडल की पुलिस 42 किलो से अधिक चरस बरामद कर चुकी है।
सबसे अधिक चरस ऊधम सिंह नगर जिले से बरामद की गई है। जबकि इस जिले में स्मैक की पैदावार नहीं होती है। चरस व गाजा के पेड़ पर्वतीय जिलों में पैदा होते हैं। ऊधम सिंह नगर पुलिस कोकीन, डोडा, अफीम, नशीली गोलियां, कैप्सूल, इंजेक्शन गांजा, हेरोइन, भांग की तस्करी होने का खुलासा कर तस्करों को पकड़ चुकी है। नेपाल से पहुंच रही चरस की खेप कुमाऊं में पिथौरागढ़ व चम्पावत जिले की सीमा नेपाल से सटी है।
चरस के लती लोगों की संख्या को देखते हुए तस्करों ने नेपाल से भी चरस लानी शुरू कर दी है। पिथौरागढ़, चम्पावत व ऊधम सिंह नगर जिले की पुलिस नेपाल से चरस तस्करी का खुलासा कर बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बावजूद तस्करी बंद नहीं हुई है।
जनपद वार बरामद मादक पदार्थ
अल्मोड़ा
चरस 3.197, स्मैक 0.005 गांजा, 193.166, मुकदमे 15, गिरफ्तार 20, कीमत 1053248।
बागेश्वर
चरस 2.062, मुकदमे 1, गिरफ्तार 1, कीमत 206200।
पिथौरागढ़
चरस 2.950, स्मैक 0.008, मुकदमे 4, गिरफ्तार 4, कीमत 355000।
चम्पावत
चरस 12.074, स्मैक 0.043, हेरोईन 0.007, मुकदमे 21, गिरफ्तार 21, कीमत 1446900।
नैनीताल
चरस 6.378, स्मैक 0.109, गांजा 33.595, मुकदमे 44, गिरफ्तार 49, कीमत 897075।
ऊधम सिंह नगर
चरस 15.388, स्मैक 0.543, डोडा 17.670, नशीली गोली 41116, नशीले कैप्शूल 294, नशीले इंजेक्शन 26366, गांजा 51.460, हेरोईन 0.675, अफीम 4.232, कोकीन 0.500 मुकदमे 132, गिरफ्तार 137, कीमत 13883564।
पुलिस ने 1.63 करोड़ रुपये की शराब पकड़ी
कुमाऊं मंडल में शराब तस्करी भी तेजी से बढ़ रही है। गांव-गांव व छोटे-छोटे कस्बों में खुलेआम देसी-विदेशी शराब की अवैध रूप से बिक्री हो रही है। आइजी कार्यालय के रिकार्ड बताते हैं कि सात माह में 1.63 करोड़ कीमत की करीब 84 हजार बोतल शराब तस्करी करते पुलिस के हत्थे चढ़ी। मंडल में जुलाई माह तक शराब तस्करी के कुल 1341 मामले दर्ज कर 1448 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
शराब तस्करी के सबसे अधिक 987 मामले ऊधम सिंह नगर जिले में पंजीकृत हुए। जबकि नैनीताल में 151, चम्पावत में 44, पिथौरगाढ़ में 51, बागेश्वर में 15 व अल्मोड़ा जिले में 93 मामले पंजीकृत हुए हैं। नशा मुक्त समाज बनाना प्राथमिकता आइजी पूरन सिंह रावत ने बताया कि नशा मुक्त समाज बनाना पुलिस की प्राथमिकता में शामिल है। मादक पदार्थो की तस्करी रोकने के लिए सभी जिलों के कप्तानों को विशेष अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया है। लगातार सफलता भी पुलिस को मिल रही है। तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है।
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