Move to Jagran APP

महापुरुषों की वीर गाथाओं से रची जा रही हैं रतनपुर गांव की दीवारें nainital news

ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा के रतनपुर गांव की प्रधान व उनके पति गांव की दीवारों की महापुरुषों के वीरगाथाओं से पेंट करा रहे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 04:25 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 04:25 PM (IST)
महापुरुषों की वीर गाथाओं से रची जा रही हैं रतनपुर गांव की दीवारें nainital news
महापुरुषों की वीर गाथाओं से रची जा रही हैं रतनपुर गांव की दीवारें nainital news

खटीमा, जेएनएन : इतिहास के पन्नों में भले ही देश के महापुरुषों की जीवन वृतांतों का उल्लेख हो, लेकिन नई पीढ़ी को उनके बारे में जानने व पहचानने की प्रेरणा देने का सार्थक काम ऊधसिंहनगर जिले के खटीमा में हो रहा है। खटीमा के रतनपुर गांव की प्रधान व उनके पति गांव की दीवारों की महापुरुषों के वीरगाथाओं से पेंट करा रहे हैं। जब आप गांव पहुंचेंगे तो दीवारों पर महापुरुषों के चित्र के साथ उनकी जीवनी पढऩे के लिए मिलेगी। अपने गांव की अलग और अच्छी पहचान बनाने के लिए इस गांव के प्रधान की हर कोई सराहना कर रहा है।

loksabha election banner

गांव की बनी अलग पहचान

ऐसे तो यहां ग्राम सभाएं 64 हैं। लेकिन ब्‍लॉक से चौदह किलोमीटर दूर रतनपुर एक ग्रामसभा एक ऐसी है जो आजकल सभी ग्रामसभाओं में चर्चा बनी हुई है। अक्टूबर 2019 में गांव के सरपंच की कमान मिलने के बाद गांव की प्रधान कमला मेहरा पत्नी श्याम सिंह मेहरा बादशाह ने कुछ अलग करने की सोची और शुरू कर दी मुहिम। दिल्ली यूनिवर्सिटी से गे्रजुएशन करने वाली प्रधान कमला ने गांव में दीवारों पर महाराणा प्रताप, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, सरदार बल्लभ भाई पटेल आदि महापुरुषों समेत गौरा देवी, अस्सी घाट बनारस आदि पवित्र स्थलों के चित्र बनाकर उनकी जीवनी लिखवा रहीं हैं।

प्रधान ने कहा हमारी जिंदगी महापुरुषों की देन

इस मुहिम के उद्देश्य के बारे में पूछा तो प्रधान ने कहा जिन महापुरुषों की बदौलत हम खुले में सांस ले रहे हैं उन्हें याद रखना और लोगों को याद दिलाना है। नई पीढ़ी महापुरुषों के चित्रों को देख प्रेरणा ही नहीं लेंगे बल्कि महापुरुषों की तरह बन सकेंगे। खास बात यह है कि प्रधान ने इसके लिए न सरकारी बजट का मुंह ताका न किसी से मदद की गुहार की। इसके लिए स्वयं के खर्च पर संदेश देकर लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। प्रधान कमला ने बताया कि इसके लिए उनके पति श्याम सिंह मेहरा ने ऊर्जा दी है। उन्होंने बताया गांव को मॉडल बनाने के लिए हर प्रयास किए जाऐंगे।

रंगों के जरिए स्वच्छता की अलख

प्रधान व उनके पति के इस मुहिम में ग्रामीण भी सरीख होने लगे हैं। 150 पोलों पर रंगों से स्लोगन लिखने का काम अंतिम चरण में चल रहा है। जिसमें नशा नहीं करेंगे, गांव को स्वच्छ रखेंगे, पॉलीथिन मुक्त अपना गांव, बेटी पढ़ाओ बेटी को बढ़ाओ, साक्षरता आदि स्लोगन से संदेश दिया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : सिनेमा, संगीत और साहित्‍य के "आशिक" के साथ मिलिए हल्‍द्वानी के "रहबर" से

यह भी पढ़ें : मोहब्‍बत के दिन 40 जवानों संग वतन पर जान लुटा गए शहीद बीरेंद्र सिंह राणा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.