Move to Jagran APP

जिसके इलाज को आम आदमी से सीएम तक मददगार, उसकी हादसे में गई जान

सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर विधायक व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक मदद को आगे आ गए। इलाज की उम्मीद जगी। मामूसों के भविष्य को भी बेहतर बनाने का प्रयास हुआ लेकिन शनिवार की शाम एंबुलेंस दुर्घटना में गोपाल के मौत की खबर सुन हर कोई स्तब्ध हो गया।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 11:41 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 11:41 PM (IST)
जिसके इलाज को आम आदमी से सीएम तक मददगार, उसकी हादसे में गई जान
बेटियां कैंची धाम समेत तमाम सार्वजनिक जगहों पर चंदा मांगने लगी। तो सीएम धामी ने इलाज का वादा किया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : किस्मत पल भर में कहां पहुंचा दे कुछ भी नहीं पता। डहरिया में एक किराए के कमरे में सामान्य जिंदगी जी रहे गोपाल शर्मा का परिवार तब सकते में आ गया जब वह अचानक कोमा में चले गए। पत्नी व मासूम बेटियां अस्पतालों में ठोकरें खाने लगीं, लेकिन इलाज को तरस गए।

loksabha election banner

जब दोनों मासूम बेटियां पिता के इलाज के लिए चंदा मांगने लगी तो इंसानियत जिंदा हुई। सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर विधायक व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक मदद को आगे आ गए। इलाज की उम्मीद जगी। मामूसों के भविष्य को भी बेहतर बनाने का प्रयास हुआ, लेकिन शनिवार की शाम एंबुलेंस दुर्घटना में गोपाल के मौत की खबर सुन हर कोई स्तब्ध हो गया।

मूल रूप से बागेश्वर के गरुण निवासी 44 वर्षीय गोपाल शर्मा एक दुकान में काम करते थे। जैसे-तैसे अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। एक जून को दिमाग की नसें फट गई और वह कोमा में चले गए। शहर के निजी अस्पताल पहुंचे।

वहां से दिल्ली निजी अस्पताल रेफर किया था। दान से जमा एक लाख रुपये जमा करने के बाद अस्पताल में कहा गया गया कि पांच लाख रुपये और जमा करें। तभी इलाज होगा। यह सुन पत्नी सुनीता भी मूर्छित अवस्था में गई।

वहां से मरीज को विधायक सुमित हृदयेश की मदद से सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां भी कई तरह के खर्च की जरूरत थी। बेटियां कैंची धाम समेत तमाम सार्वजनिक जगहों पर चंदा मांगने लगी। जब यह फोटो वायरल हुई तो सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इलाज का वादा किया। दो बार दो लाख रुपये दिलवाए। उनके निर्देश पर अधिकारी भी जुट गए।

डीएम धीराज गर्ब्याल ने आठ वर्षीय अदिति शर्मा, सात वर्षीय प्रज्ञा शर्मा को एसएओएस चिल्ड्रेंस विलेज भीमताल में एडमिशन करवा दिया। मन्नू गोस्वामी व बबलू गोस्वामी दिन रात मदद करवाने में जुट रहे। सामाजिक कार्यकर्ता भावना पांडे समेत कई लोग मदद को आगे आए। धामी की पहल पर मरीज को एम्स ऋषिकेश लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में एंबुलेंस दुर्घटना ने मासूम बच्चियों और पत्नी के सपनों को चूर-चूर कर दिया।

यह भी पढ़ें : मंगलौर में दिल्ली से आ रही एक एंबुलेंस ट्राला से टकराई, एक की मौत; तीन घायल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.