कार्बेट में जंगल सफारी कराने से पहले जिप्सी चालकों को विदेशी पर्यटकों की करवानी होगी स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस को लेकर कॉर्बेट प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। कॉर्बेट पार्क में पर्यटकों को भ्रमण कराने वाले जिप्सी स्वामियों व जिप्सी चालकों के लिए उसने नया फरमान जारी किए।
रामनगर, जेएनएन : कोरोना वायरस को लेकर कॉर्बेट प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। रविवार को कॉर्बेट पार्क में पर्यटकों को भ्रमण कराने वाले जिप्सी स्वामियों व जिप्सी चालकों के लिए उसने नया फरमान जारी किया है। कॉर्बेट प्रशासन ने साफ तौर पर कहा है कि यदि जिप्सी चालक किसी विदेशी पर्यटक को पार्क में भ्रमण पर ले जता है तो यह सुनिश्चित किया जाए कि पहले वह पर्यटकों की संयुक्त अस्पताल में स्क्रीनिंग करवा ले। उसके बाद ही पर्यटकों को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के विभिन्न जोन में प्रवेश दिया जाएगा। यदि विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग नहीं कराई जाती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी जिप्सी स्वामियों व चालकों की होगी।
वन क्षेत्राधिकारी ईको-टूरिज्म राजेंद्र सिंह चकरायत ने कहा कि इस तरह के निर्देश नोटिस बोर्ड पर भी चस्पा कर दिए गए है। उन्होंने कहा कि जिप्सी स्वामियों एवं चालकों को इस फरमान का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। उधर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कॉर्बेट पार्क के बिजरानी गेट पर पहुचकर जिप्सी चालकों के साथ वार्ता की। कॉर्बेट प्रशासन से कहा है कि वह जिप्सी चालकों एवं गाइडों को सेनिटाइजर आवश्यक रूप से उपलब्ध कराए। इसके अलावा विदेशी पर्यटकों की भी स्क्रीनिंग किए जाने पर विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी राजकुमार, जिप्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन जोशी आदि मौजूद रहे।
विदेशी पर्यटकों का हुआ परीक्षण
कॉर्बेट पार्क भ्रमण पर आने वाले छह विदेशी पर्यटकों का रविवार को भी परीक्षण किया गया। डॉ. सोनल ने जाच के बाद बताया कि किसी भी पर्यटक में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। सब सामान्य थे। बीते दिवस दस विदेशी पर्यटकों का परीक्षण किया गया था।
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