pollution increased due to fireworks आतिशबाजी से बढ़ा वायु व ध्वनि प्रदूषण, हवा में जहर घोलने में काशीपुर तो ध्वनि प्रदूषण फैलाने में रुद्रपुर अव्वल
दीपावली की आतिशबाजी ने तराई क्षेत्र हवा में जहर घोल दिया। वायु में जहर घोलने में काशीपुर अव्वल रहा तो ध्वनि प्रदूषण में रुद्रपुर।
रुद्रपुर/नैनीताल, जेएनएन : दीपावली की आतिशबाजी ने तराई क्षेत्र हवा में जहर घोल दिया। वायु में जहर घोलने में काशीपुर अव्वल रहा तो ध्वनि प्रदूषण में रुद्रपुर। वहीं पर्यटक नगरी नैनीताल में भी प्रदूषण का स्तर सामान्य दिनों से दोगुना हो गया। वहीं पर्वतीय इलाकों में स्थिति लगभग सामान्य रही। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ऊधम ङ्क्षसह नगर दफ्तर के मुताबिक पिछले साल काशीपुर में 212 आरएसपीएम (रेस्परेबुल सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर) था। जो इस साल 27 अक्टूबर यानी रविवार को बढ़कर 279 हो गया। इस तरह 31 फीसद वायु प्रदूषण बढ़ गया।
इसी तरह रुद्रपुर में पिछले साल 203 आरएसपीएम था, जो इस साल बढ़कर 255 हो गया। इस तरह तराई में 25 फीसद प्रदूषण बढ़ा। स्टैंडर्ड मानक 100 आरएसपीएम होना चाहिए। आर्यभटट् प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वायुमंडलीय वैज्ञानिक डॉ नरेंद्र सिंह ने बताया कि सामान्यरूप से नैनीताल में पीएम 2.5 की मात्रा लगभग 25 प्रति मीटर घन मीटर प्रतिग्राम रहती है। इसकी तुलना में प्रदूषण की मात्रा 50 दर्ज की गई। जो करीब अन्य दिनों के अपेक्षा दोगुनी है।
वायु प्रदूषण
क्षेत्र 2018 2019 अंतर
काशीपुर 212 279 31
रुद्रपुर 203 255 25
ध्वनि प्रदूषण
क्षेत्र 2018 2019 (दोनों सालों में अंतर)
काशीपुर
संवेदनशील क्षेत्र 54.15 63.15 17
रिहायशी 72 89.99 24
कामर्शियल 83 81.59 -2
रुद्रपुर
संवेदनशील क्षेत्र 47 70.93 50
रिहायशी 85.50 78.60 -9
कामर्शियल 85.5 84. 25 -2
ध्वनि प्रदूषण
दिन रात (डेसीबल में)
संवेदनशील क्षेत्र 50 40
रिहायशी 55 45
कामर्शियल 65 55
पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग नेगी ने बताया कि सामान्य दिनों में वायु प्रदूषण 120 से 125 आरएसपीएम रहता है। दिवाली के दिन ज्यादा आतिशबाजी से आरएसपीएम व ध्वनि प्रदूषण बढ़ गया है।
यह भी पढ़ें : दीपावली के साथ मौसम में घुलने लगी ठंडक, पहाड़ के जिलों में पारा 10 डिग्री पर पहुंचा