अब विदेशों में भी मान्य होगी उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की डिग्री
अब उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की डिग्री विदेशों में भी मान्य होगी।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की डिग्री अब विदेशों में भी मान्य होगी। विद्यार्थी को अपनी डिग्री दिखाने के बाद किसी तरह की सूचना के लिए फिर से विश्वविद्यालय नहीं आना पड़ेगा। विश्वविद्यालय ने यह निर्णय 22वीं कार्य परिषद की बैठक में लिया है।
कुलपति प्रो. नागेश्वर राव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विभिन्न पाठ्यक्रमों के शुल्क का पुनर्निर्धारण किया गया। शिक्षकों के स्थायीकरण सहित वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया है। 10 प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। बैठक में पीएचडी पाठ्यक्रम के शुल्क निर्धारण पर भी विचार किया गया। भवन निर्माण समिति के कार्यों का अनुमोदन, शोध अधिकारी के पद की शैक्षिक योग्यता पर चर्चा व अकादमिक परामर्शदाताओं के वेतन वृद्धि संबंधित प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में कुलसचिव प्रो. आरसी मिश्रा, शिमला से आए कार्य परिषद के सदस्य प्रो. बीएस पठानिया, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसबी अरोरा, उमुविवि के निदेशक निदेशक प्रो. एचपी शुक्ला, प्रो. गिरिजा पांडेय, डॉ. देवेश मिश्रा, आमंत्रित सदस्य प्रो. पीडी पंत, आभा गरखाल आदि शामिल रहे। इसके अलावा कार्य परिषद के सदस्य राकेश भारती वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए।
दी जाएगी ट्रांसक्रिप्ट डिग्री
कुलसचिव प्रो. मिश्रा ने बताया कि विवि अब ट्रांसक्रिप्ट प्रक्रिया से डिग्री देगा, जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी। यह डिग्री सामान्य से अलग होगी। इसमें डिग्री देने के तरीके का भी पूरा विवरण होगा। जैसे कि प्रतिशत निकालने का तरीका आदि की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
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