बेटियों के कन्यादान की अनुदान राशि अभी तक नहीं आई खाते में, जानिए
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में बेटी के कन्यादान की उम्मीदें समाज कल्याण विभाग से मिलने वाले अनुदान पर टिकी हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में बेटी के कन्यादान की उम्मीदें समाज कल्याण विभाग से मिलने वाले अनुदान पर टिकी हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 में प्रदेशभर से 14631 आवेदकों ने पुत्रियों के विवाह अनुदान के लिए विभाग में अपना पंजीकरण कराया है, जिसमें सामान्य जाति के 572, एससी के 2968 और एसटी के 703 आवेदकों के आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अब कुछ ही समय शेष है। कुछ समय बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की घोषणा भी हो सकती है, लेकिन अभी तक अनुदान की धनराशि अभिभावकों के खातों में नहीं पहुंची। विभागीय सूत्रों की मानें तो अगर वित्तीय वर्ष की समाप्ति और आचार संहिता लगने से पहले बजट जारी नहीं किया गया तो आवेदकों को अनुदान पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
इन्हें मिलता है योजना का लाभ
समाज कल्याण विभाग से पेंशन पाने वाली सामान्य जाति व सभी वर्गों की विधवा महिलाओं को पुत्री की शादी के लिए पचास हजार का अनुदान देने का प्रावधान है। एक परिवार की अधिकतम दो पुत्रियों को शादी अनुदान का लाभ दिया जा सकता है। इसके अलावा बीपीएल कार्डधारक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति परिवार जिनकी मासिक आय 1250 रुपये से कम हो उन्हें भी पुत्री के विवाह के लिए पचास हजार रुपये अनुदान दिया जाता है। अभिभावकों की ओर से अनुदान के लिए आवेदन किया जाता है, जिसके बाद धनराशि अभिभावक के खाते में ही आती है।
कहां से कितने आवेदन
अल्मोड़ा 300
बागेश्वर 209
चम्पावत 107
नैनीताल 373
पिथौरागढ़ 167
ऊधमसिंहनगर 780
देहरादून 637
हरिद्वार 792
चमोली 176
पौड़ी 208
रुद्रप्रयाग 154
टिहरी 202
उत्तरकाशी 140
सभी जिलों को धनराशि मिल चुकी है
रविंद्र सिंह, अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शादी अनुदान के लिए सभी जिलों को धनराशि मिल चुकी है। अब जल्द ही वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले यह जिलों को आवंटित कर दी जाएगी।
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