फिल्म से भी आसान रही अटल बिहारी वाजपेयी की कवरेज
अटल बिहारी वाजपेयी की कवरेज करना जितना आसान था, लेकिन कोई मिल गया फिल्म की शूटिंग कवरेज करना उतना ही मुश्किल था।
नैनीताल, [रमेश चंद्रा]: नैनीताल प्रवास के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की कवरेज करना जितना आसान था, लेकिन कोई मिल गया फिल्म की शूटिंग कवरेज करना उतना ही मुश्किल था। प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष पद पर आसीन होने होने के बावजूद आम जनता व कार्यकर्ता ही नहीं मीडिया के प्रति भी उनका मिलनसार व्यवहार सरोवर नगरी के लोगों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ गया।
मार्च 2002 में उनके नैनीताल प्रवास के दौरान बोट हाऊस के क्लब में फिल्म निर्माता निर्देशक राकेश रोशन की फिल्म कोई मिल गया, की शूटिंग चल रही थी। शूटिंग की कवरेज के लिए मीडिया कर्मी सुबह से ही बोट हाऊस क्लब में जमा होने लगे थे। परंतु राकेश रोशन उनके अभिनेता पुत्र ऋतिक रोशन व अभिनेत्री प्रीति जिंटा की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने मीडिया कर्मियों को सख्ती से साथ वहां से हटा दिया।
दरअसल, फिल्म की कहानी लीक न हो, इसके लिए मीडिया कर्मियों को शूटिंग स्थल के करीब भी नहीं फटकने दिया जा रहा था। उसी दिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का यहां पहुंचना था। उनके हैलीकॉप्टर के पहुंचने का आधिकारिक कार्यक्रम दोपहर में सेंट जोसफ कॉलेज के मैदान पर था।
दोपहर में उनका हेलीकॉप्टर सेंट जोसफ कॉलेज में उतरा। एसपीजी की सुरक्षा में घिरे अटल जी जब उतरे तो मीडिया कर्मियों के कैमरों के फ्लैश चमकने शुरू हो गए। उनकी एक झलक पाने के लिए सेंट जोसफ कॉलेज से राजभवन तक सड़क से काफी दूर तक खड़े लोग उनका अभिनंदन करने लगे और अटल जी मुस्कराकर हाथ हिलाते हुए उनका अभिवादन स्वीकार करने लगे। उनकी आत्मीयता लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ गई।
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