सरकारी महकमे के ठेकेदारों के बीच घमासान तेज हुआ, जानिए क्या है ताजा मामला
सरकारी महकमे के ठेकेदारों के बीच घमासान लगातार तेज होता जा रहा है। एक संगठन के नई कार्यकारिणी का गठन करने के बाद दूसरे संगठन ने दो ठेकेदारों को अपनी यूनियन से निष्कासित कर दिया।
हल्द्वानी, जेएनएन : सरकारी महकमे के ठेकेदारों के बीच घमासान लगातार तेज होता जा रहा है। एक संगठन के नई कार्यकारिणी का गठन करने के बाद दूसरे संगठन ने दो ठेकेदारों को अपनी यूनियन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया। वहीं दोनों ठेकेदारों ने गवर्नमेंट कांट्रेक्टर हेल्प एसोसिएशन द्वारा सदस्यता से निष्काष्सित करने पर आश्चर्य जताया है। ठेकेदारों ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब वह एसोसिएशन के सदस्य ही नहीं थे तो निष्कासित कैसे किया गया।
कांट्रेक्ट वेलफेयर सोसायटी ने बुधवार को अपने नए अध्यक्ष व प्रवक्ता का चयन किया था। इसके अगले ही दिन गुरुवार को गवर्नमेंट कांट्रेक्टर हेल्प एसोसिएशन ने ठेकेदार मो. हनीफ और उपेंद्र कनवाल को अपना का सदस्य बताते हुए संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने पर निष्कासित करने की घोषणा की थी। वहीं दोनों ठेकेदारों ने कहा कि वह कांट्रेक्ट वेलफेयर सोसायटी के सदस्य है। जब वह दूसरे संगठन के सदस्य ही नहीं हैं, तो निष्कासित कैसे किया गया।
यही कांट्रेक्ट वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकारी विभागों पर ठेकेदारों का करोड़ों रुपया बकाया है। जिसका भुगतान न होने से ठेकेदारों की आíथक हालात बिगड़ते जा रहे हैं। आठ जून को ठेकेदारों का शिष्टमंडल धनराशि के भुगतान की माग को लेकर लोनिवि के अधिशासी अभियंता से मिलेगा। इसके साथ ही हर महीने की 20 तारीख को ठेकेदारों की समस्याएं सुनकर उनके समाधान का प्रयास किया जाएगा।
जल्द ही यूनियन के पदाधिकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश , सीएम के पीआरओ विजय बिष्ट व विधायक नवीन दुम्का से मिलकर ठेकेदारों की आíथक समस्या से अवगत कराएंगे। इस दौरान कैलाश साह, पूरन चंद्र जोशी, उमेश पनेरू, गजेंद्र गौनिया, घनश्याम पाठक, किशोर मेहरा व सुशांत पंत भी मौजूद रहे।
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