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चंपावत उपचुनाव में जीत के बाद मत्था टेकने नानकमत्ता पहुंचे CM Dhami

उपचुनाव से पहले सीएम धामी (Pushkar Singh Dhami) ने जीत के बाद गुरु नानकमत्ता साहिब आने का संकल्प लिया था। शनिवार को संकल्प पूरा करने के लिए गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब पहुंचे। जहां उन्होंने शीश नवाकर प्रदेश के सुख समृद्धि व शांति की कामना की।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 04 Jun 2022 06:44 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jun 2022 06:44 PM (IST)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को संकल्प पूरा करने के लिए गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब पहुंचे।

नानकमत्‍ता, जागरण संवाददाता : उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को संकल्प पूरा करने के लिए गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब पहुंचे। जहां उन्होंने शीश नवाकर प्रदेश के सुख समृद्धि व शांति की कामना की। इसके बाद सीएम ने डेरा कारसेवा के जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह से भेंट की। गुरुद्वारा प्रबधंक कमेटी ने गुरुद्वारा साहिब का स्मृति चिन्ह, तलवार व सरोंपा भेंट कर सीएम को सम्मानित किया।

उपचुनाव से पहले सीएम धामी ने जीत के बाद गुरु नानकमत्ता साहिब आने का संकल्प लिया था। सीएम ने कहा कि जीवन के उतार-चढ़ाव में हमेशा बाबा गुरुनानक देव जीत के आशीर्वाद के साथ ही धार्मिक नगरी के लोगों का भी स्नेह मिलता रहा है। इस दौरान उन्होंने गुरु के लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। सीएम गुरुद्वारा साहिब में चल रहे शब्द कीर्तन व अरदास में भी शामिल हुए। इसके बाद सीएम डेरा कारसेवा पहुंचकर बाबा तरसेम सिंह से भी भेंट की।

गुरुद्वारा प्रबधंक कमेटी के प्रधान हरवंश सिंह चुघ, महासचिव अमरजीत सिंह ने सरोपा और धर्मिक चिन्ह देकर मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। इसके बाद नगर पंचायत चेयरमैन प्रेम सिंह टुरना ने नगरीय क्षेत्र के सुंदरीकरण व विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 20 करोड़ रुपये की योजनाओं के मांगपत्र सौंपे। नानकमत्ता के पूर्व विधायक डा. प्रेम सिंह राणा ने बताया कि चम्पावत उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर दर्शन का संकल्प लिया था। उनका कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।

इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबँधक कमेटी के प्रधान हरबंश सिंह चुघ, महासचिव अमरजीत सिंह, उप प्रधान कमलेश कौर, सचिव हरभजन सिंह, किसान अयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह केडी गहतोड़ी, अल्पसंख्यक अयोग के उपाध्यक्ष इकबाल सिंह लाडी, सुखदेव सिंह नामधारी, गुरुद्वारा प्रबँंक रणजीत सिंह, सतेन्दर पाण्डे, सुखवंत सिंह भुल्लर बल्देब सिह चीमा, राजीत सिंह राणा मौजूद रहे।


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