सावधान ! घरों की छतों में लार्वा पनपने के पर्याप्त साधन, ड्रोन से नजर आई शहर की लापरवाही
नगर निगम प्रशासन ने डेंगू फैलाने वाले संभावित जगहों की निगरानी शुरू कर दी है। इसके लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : नगर निगम प्रशासन ने डेंगू फैलाने वाले संभावित जगहों की निगरानी शुरू कर दी है। इसके लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। बुधवार को सुभाषनगर से इसकी शुरुआत की गई। पहले दिन की निगरानी में कई कई घरों व दुकानों की छतों में गमले, पुराने टायर, बर्तन आदि में बरसात का पानी जमा मिला। कई छतों में पानी की टंकियों को खुला छोड़ा गया है। यह लापरवाही डेंगू के लार्वा को जन्म देने के लिए पर्याप्त है।
पिछले साल शहर डेंगू ने खूब कहर बरपाया था। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में भले दो मौते दर्ज हों, लेकिन विभिन्न अस्पतालों से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 25 से अधिक लोगों को डेंगू की वजह से जान गवानी पड़ी थी। इसे देखते हुए निगम प्रशासन ने इस बार रणनीति के तहत कार्य करना शुरू किया है। मेयर डाॅ. जोगेंद्र रौतेला, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मनोज कांडपाल, पार्षद नरेंद्रजीत सिंह रोडू की उपस्थिति में बुधवार को सुभाषनगर से ड्रोन के जरिये निगरानी का काम शुरू कर दिया गया है। पहले दिन खामी सामने आने के बाद सफाई नायक और पार्षद ने घर-घर जाकर लोगों ने अपील की कि वह अपने घर, छत, बालकनी आदि में डेंगू के लार्वा के पनपने वाले स्थानों की निगरानी करें।
पहले अपील फिर जुर्माना
डेंगू फैलाने के लिए उपयुक्त माहौल देने वालों पर निगम प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। पहले प्रयास में लोगों से अपील की जाएगी। इसके बाद भी किसी तरह का सुधार नहीं होने पर पहली बार में 200 रुपये और दूसरी बार में एक हजार रुपये जुर्माना वसूल किया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मनोज कांडपाल ने बताया कि स्वास्थ्य जैसे अहम विषय में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह उपाय अपनाना जरूरी
- -पानी की टंकियों को खुला न छोड़ें।
- -पुराने टायर, बर्तन आदि छत में न फैंके।
- -टूटे गमलों को नष्ट कर मिट्टी के नीचे दबा दें।
- -कूलर का पानी पांच से सात दिन में बदल लें।
- -पानी अटकने की संभावना वाले बर्तन छत में न फैंकें।
आज से चार ड्रोन करेंगे निगरानी
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मनोज कांडपाल ने बताया कि गुरुवार से चार ड्रोन शहर की निगरानी करेंगे। शहर के साठ वार्डों को चार भागों में बांटा गया है। निगरानी के दौरान क्षेत्रीय पार्षद व सफाई नायक साथ होंगे। कहीं पर खामी मिलने पर नगर निगम की टीम तत्काल उस घर पर पहुंचेगी और उनसे डूेंगू का लार्वा पनपने की संभावना वाले स्पाॅट को ठीक करने के लिए कहेगी।
एक माह की कार्यजना तय
डेंगू के सोर्स डिडक्शन के लिए कार्ययोजना तैयार हो गई है। एक वार्ड में दो दिन ड्रोन घूमेगा। इस तरह सात अगस्त तक पहला राउंड पूरा हो जाएगा। सुबह आठ से साढे दस और शाम को तीन से साढ़े पांच बजे तक निगरानी होगी।
यह भी पढें
बादल फटने या तूफान आने की मिलेगी सटीक जानकारी, मुक्तेश्वर में लगा उत्तराखंड का पहला डॉप्लर रडार
अब तेंदुआ ने महिला को बनाया अपना शिकार, घने जंगल में क्षत-विक्षत मिला शव