दुनिया के सबसे पवित्र रिश्ते को शर्मशार करने की कोशिश, भाई ने बहन से किया दुष्कर्म का प्रयास
फुलसुंघा में दरवाजा बंद कर भाई ने छोटी बहन से दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर होने पर पिता ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा और किशोरी को बचाया।
रुद्रपुर, जेएनएन : सामाजिक पतन का इससे घृणित उदाहरण दूसरा कोई नहीं हो सकता। यहां दुनिया में सबसे पवित्र माने जाने वाले बंधन को ही शर्मशार किया गया है। मामला उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर का है। यहां के एक स्थान उदा फुलसुंघा में दरवाजा बंद कर भाई ने छोटी पनी बहन से ही दुष्कर्म का प्रयास किया। बहन के शोर करने पर पिता ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर और किशोरी को बचाया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक ट्रांजिट कैम्प निवासी एक व्यक्ति सिडकुल की कंपनी में काम करता है। उसकी पत्नी भी कंपनी में काम करती है। रविवार को वह कहीं गए हुए थे। घर मे 17 साल का पुत्र और 14 साल की पुत्री ही थे। बताता जा रहा है कि रात आठ बजे के आसपास भाई ने अपनी छोटी बहन को जबरन कमरे में ले गया और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। इस दौरान उसने अपनी छोटी बहन से दुष्कर्म का प्रयास किया। किशोरी के शोर मचाने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। इसी बीच उनके माता पिता भी आ गए। इस पर पिता ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा और मासूम को हैवान बन चूके भाई से बचाया।
सूचना पर ट्रांजिट कैम्प थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे और जानकारी ली। साथ ही आरोपित किशोर को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी ने बताया कि छोटी बहन से दुष्कर्म करने के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
सोशल मीडिया और ये एप बच्चों पर डाल रहे हैं बुरा असर
बिगो लाइव, टिक टॉक, लाइवली, हेलो, क्वाइ और लाइवमी जैसे एप इन दिनों टाइमपास का सबसे बड़ा जरिया बने हुए हैं। आजकल यूथ इन एप पर सबसे अधिक टाइम स्पेंट कर रहे हैं। यहां लाइव चैटिंग से लेकर छोट-छोटे वीडियो अपलोड करने समेत तमाम ऐसे विकल्प होते हैं जिनसे एक्सपोजर मिल सके। लेकिन इसी चक्कर में अश्लीलता को भी बढ़ावा मिल रहा है। कंटेंट फिल्टर न होने के कारण एक्सपोजर के लिए कुछ भी अपलोड कर दिया जा रहा है। जिससे अश्लीलता को बढ़ावा मिल रहा है। और बच्चे जाने-अन्जाने ऐसे विकृतियों के शिकार हो जा रहे हैं जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसके साथ ही सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म भी बच्चों पर बुरा असर डाल रहे हैं।
मद्रास हाई काेर्ट ने टिकटाप पर लगाया है प्रतिबंध
मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र को चीन के वीडियो ऐप टिक टाप पर बैन लगाने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा है कि यह ऐप बच्चो पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है और अलीलता को बढ़ावा दे रहा है। इसके साथ ही मीडिया को भी इस ऐप के जरिए बनाए गए वीडियो का प्रसारण न करने के लिए कहा गया है। टिक-टॉक ऐप पर यूजर्स अपने शॉर्ट वीडियो स्पेशल इफेक्ट्स के साथ बनाकर उन्हें शेयर कर सकता है। भारत में इसके करीब 54 मिलियन प्रति महीने एक्टिव यूजर्स हैं।
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