2014 के चुनाव में भी प्रमुख पद पर आनंद सिंह दरम्वाल को मिले थे 18 वोट
विकासखंड हल्द्वानी के प्रमुख पद पर उप निर्वाचन दिलचस्प रहा। साथ ही इससे कई इत्तेफाक में जुड़ गए।
हल्द्वानी, जेएनएन : विकासखंड हल्द्वानी के प्रमुख पद पर उप निर्वाचन दिलचस्प रहा। साथ ही इससे कई इत्तेफाक में जुड़ गए। क्षेत्र पंचायत प्रमुख निर्वाचित हुए भाजपा के आनंद सिंह दरम्वाल को जून 2014 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रमुख के पद के लिए 40 में से 18 वोट मिले थे। तब उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भोलादत्त से महज चार वोटों से हार का समाना करना पड़ा था। लगभग साढ़े चार साल बाद हुए उपनिर्वाचन में आनंद ने 18 बीडीसी सदस्यों का समर्थन हासिल कर जीत दर्ज की। यानी हारे तो 18 वोट मिले और लंबे इंतजार के बाद जीते तब भी 18 ही वोट मिले।
नगर निगम सीमा विस्तार में निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख भोला दत्त भट्ट का निर्वाचन क्षेत्र हरिपुर नायक निगम में शामिल होने से क्षेत्र पंचायत प्रमुख का पद रिक्त हुआ। यह भी इत्तेफाक है कि सीमा विस्तार में पहले शामिल किए गए 32 गांवों में हरिपुर नायक शामिल नहीं था, लेकिन दोबारा हुए परिसीमन में हरिपुर नायक को भी शामिल कर लिया गया। सीमा विस्तार में ब्लॉक प्रमुख के गांव को शामिल करने का भाजपा का तीर सटीक निशाने पर बैठा और ब्लॉक प्रमुख को कुर्सी गंवानी पड़ी। जिससे यह सीट भाजपा के खाते में आ गई।
त्रिस्तरीय पंचायतों में कांग्रेस समर्थकों के दबदबे के बाद भी कांग्रेस ब्लॉक प्रमुख की सीट नहीं बचा पाई, जबकि 2014 के पंचायत चुनाव में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के पद पर कांग्रेस ने 40 में से 22 बीडीसी सदस्यों का समर्थन हासिल कर जीत दर्ज की थी। नगर निगम सीमा विस्तार के बाद विकासखंड हल्द्वानी में की 84 ग्राम पंचायतों में से 24 पंचायतें निगम में शामिल हो गई, जिससे क्षेत्र पंचायत की 40 में से 13 सीटें भी कम हो गई। इसलिए प्रमुख पद पर हुए उपनिर्वाचन में केवल 27 बीडीसी सदस्य ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके।
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