अमेरिका, न्यूजीलैंड के फलों को मात दे रहा अल्फांसो आम, दाम जानकर हो जाएंगे हैरान
विदेशी फलों के बीच भारतीय हाफुस प्रजाति का आम जिसे अल्फांसो भी कहा जाता है सबसे महंगा बिक रहा है। बाजार में एक दर्जन अल्फांसो आम की कीमत 700 रुपये है।
हल्द्वानी, जेएनएन : फलों का राजा आम बाजार में अपने दामों पर इतरा रहा है। फल मंडी में इन दिनों लोकल फलों की आवक कम होने से विदेशी फलों की भरमार है। इनमें दिल्ली की आजादपुर मंडी से अमेरिका, न्यूजीजीलैंड सहित अन्य देशों से फल हल्द्वानी मंडी पहुंच रहे हैं। विदेशी फलों के बीच भारतीय हाफुस प्रजाति का आम जिसे अल्फांसो भी कहा जाता है, सबसे महंगा बिक रहा है। बाजार में एक दर्जन अल्फांसो आम की कीमत 700 रुपये है।
लोकल व सस्ते आम खाने के शौकीनों को अभी जून तक इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल दिल्ली और उत्तर प्रदेश की मंडी से महंगा आम हल्द्वानी पहुंच रहा है। दशहरी, सफेदा व सिंदूरी की कीमत अभी आम आदमी की पहुंच से बाहर है। वहीं फल व्यापारियों की मानें तो आम की विशेष प्रजाति के दीवाने भी कम नहीं है। इसलिए महंगा होने के बावजूद भी अल्फांसो की अच्छी बिक्री हो रही है। सफेदा में भी दो तरह की किस्में बाजार में है, जिसमें एक साठ तो दूसरा सौ रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है।
मंडी में इस तरह हैं फलों के दाम
सेब अमेरिका 200
हिमाचल 120-150
स्ट्रॉबेरी 300
पुलम अमेरिका 300
जामुन न्यूजीलैंड 300
अंगूर अमेरिका 400
बाबू गोसा 200-250
कीवी न्यूजीलैंड 300
लोकल कीवी 200
ड्रैगन चीन 100 प्रति पीस
नोट-फलों के दाम प्रति रुपये किलो
रमजान में बढ़ेगी फलों की डिमांड
रमजान मुबारक का महीना आरंभ होने वाला है। छह मई को चांद नजर आने के बाद रमजान की घोषणा हो जाएगी। रमजान में सुबह सहरी और शाम को इफ्तार के लिए रोजेदार फलों का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए फल व्यापारियों को उम्मीद है कि रमजान महीने में फलों की अच्छी बिक्री होगी। क्योंकि वर्तमान में गर्मी के चलते बाजार में ग्राहकों की आमद कम है। रमजान में सहरी की खरीदारी के लिए ग्राहकों की चहल-पहल बढऩे के बाद बिक्री भी बढ़ेगी।
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