बोर्ड परीक्षा में खराब रिजल्ट पर कुमाऊं के 419 शिक्षकों पर कार्रवाई nainital news
बोर्ड परीक्षा में खराब प्रदर्शन पर अब सिर्फ बच्चों पर ही असर नहीं वरन गुरुजन भी इससे प्रभावित होंगे। बोर्ड ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षकों पर भी कार्रवाई को कहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : बोर्ड परीक्षा में खराब प्रदर्शन पर अब सिर्फ बच्चों पर ही असर नहीं वरन गुरुजन भी इससे प्रभावित होंगे। बोर्ड ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षकों पर भी कार्रवाई को कहा है। इसी के अंतर्गत कुमाऊं मंडल के 419 अध्यापकों पर शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। सत्र 2018-19 में उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में खराब रिजल्ट पर इन अध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इनमें एलटी के 325 शिक्षक व 94 प्रवक्ता शामिल हैं। यदि समय रहते कार्यशैली और रिजल्ट में सुधार नहीं किया गया तो इनक्रीमेंट, प्रमोशन, चयन-प्रोन्नत वेतनमान खतरे में पडऩा तय है।
स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ शिक्षकों को अपने विषय का रिजल्ट भी बेहतर देना होना है। अधिकांश शिक्षक इसमें कामयाब रहते हैं, मगर कुछ शिक्षकों का अपने विषयों का रिजल्ट औसत दर्जे का रहता है। शिक्षा विभाग की ओर से भी रिजल्ट सुधारने को लेकर हिदायत दी जाती है, लेकिन फिर भी हर साल बोर्ड परीक्षा में अंगे्रजी, गणित, विज्ञान जैसे मुख्य विषयों में रिजल्ट अन्य विषयों के मुकाबले कम ही रहता है। इस बार दसवीं बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी विषय का पांच व विज्ञान का तीन फीसद तक रिजल्ट गिर गया।
बारहवीं बोर्ड में अर्थशास्त्र, गणित, भौतिक विज्ञान का परीक्षाफल भी बीते साल के मुकाबले कम रहा। बोर्ड परीक्षा रिजल्ट का मूल्यांकन करने पर कुमाऊं मंडल के छह जिलों के 325 एलटी शिक्षक व 94 प्रवक्ताओं का रिजल्ट सबसे खराब मिला। मंडलीय अपर निदेशक कुमाऊं (माध्यमिक) डॉ. मुकुल कुमार सती ने कहा कि कुमाऊं मंडल के 419 शिक्षकों के विषय का रिजल्ट खराब रहा था, जिसके चलते उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
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