Move to Jagran APP

हाथियों का मूवमेंट पुराने कॉरीडोर पर भी शुरू, गिरिजा मंदिर की सीढि़यां तक चढ़ रहे हाथी

रामनगर के गिरिजा मंदिर क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद होने से जंगली हाथियों का मूवमेंट पुराने कॉरीडोर पर होने लगा है।

By Edited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 02:35 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 12:48 PM (IST)
हाथियों का मूवमेंट पुराने कॉरीडोर पर भी शुरू, गिरिजा मंदिर की सीढि़यां तक चढ़ रहे हाथी
हाथियों का मूवमेंट पुराने कॉरीडोर पर भी शुरू, गिरिजा मंदिर की सीढि़यां तक चढ़ रहे हाथी

रामनगर, जेएनएन : रामनगर के गिरिजा मंदिर क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद होने से जंगली हाथियों का मूवमेंट पुराने कॉरीडोर पर होने लगा है। बीते दो महीने से रात में हाथियों का झुंड गिरिजा मंदिर परिसर में मडरा रहा है। अब हाथी मंदिर के पुल की सीढि़यों पर भी चढ़ने लगे हैं। हाथियों ने मंदिर परिसर में कई कच्ची झोपड़ी व दुकानों को भी तोड़ दिया है।

loksabha election banner

रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत आमडंडा से लदुवा ढिकुली, मोहान से कुमेरिया व धनगढ़ी से सुंदरखाल गिरिजा मंदिर क्षेत्र पहले हाथियों का कॉरीडोर (आने-जाने का रास्ता) हुआ करता था। आवासीय निर्माण व अतिक्रमण से उनके कॉरीडोर बंद होते चले गए। इस बीच गिरिजा मंदिर में लोगों की आवाजाही नहीं है, ऐसे में हाथी इन क्षेत्रों में मूवमेंट करने लगे हैं।

23 व 24 जून की रात को हाथियों का झुंड गिरिजा मंदिर तक आ गया। तीन हाथियों का झुंड मंदिर के पुल की 20 सीढ़ी चढ़कर चबूतरे पर मडराता रहा। सीसीटीवी कैमरे में कैद यह वीडियो जब सामने आया तो हाथियों को सीढ़ी पर चढ़ता देख लोग आश्चर्य करने लगे। हालांकि वनाधिकारी व वन्य जीव विशेषज्ञ हाथियों के सीढ़ी पर चढ़ने की घटना को सामान्य मान रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथी आबादी क्षेत्र में न आएं इसके लिए वन कर्मियों द्वारा रात में भी चौकसी बरती जा रही है।

पहले भी गिरिजा क्षेत्र में रहा मूवमेंट

वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक गिरिजा मंदिर क्षेत्र के आसपास हाथियों का मूवमेंट हमेशा रहा है। इस बार यह नजदीक तक आ गए और सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। हाथी किसी भी ऊंचाई वाली जगह पर चढ़ने से पहले अगला पैर रखकर वह जगह चेक करता है। संतुष्ट होने के बाद ही फिर वह उस पर चलता है। गिरिजा मंदिर के पुजारी मनोज पांडे ने बताया कि हाथी मंदिर में पहली बार नहीं दिखे हैं। लॉकडाउन से हाथियों का झुंड कई बार मंदिर क्षेत्र में घूमता दिख रहा है। हाथियों ने कई कच्ची दुकानें व झोपड़िया तोड़ दी हैं।

हाथी के 14 सौ मीटर की ऊंचाई तक चढ़ने की रिपोर्ट

वन्य जीव विशेषज्ञ रामनगर एजी अंसारी ने बताया कि हाथियों का सीढ़ी चढ़ना आश्चर्यजनक नहीं है। हाथी पहाड़ी पर चढ़ जाते है। अल्मोड़ा जिले के शशिखाल में हाथी के 14 सौ मीटर की ऊंचाई तक चढ़ने की रिपोर्ट आई है। इन दिनों लोगों की आवाजाही कम है तो हाथी पुराने कॉरीडोर पर आ रहे है। गोपाल सिंह कार्की, पूर्व उपनिदेशक जू हल्द्वानी का कहना है कि कालागढ़ के जंगल की पहाड़ियों पर हाथी चढ़ते-उतरते हुए देखे जा सकते है। हाथी ऊंचाई वाली जगह पर सावधानी बरतते हुए चढ़ जाता है। सीढ़ी पर चढ़ना हाथियों का सामान्य व्यवहार है।

यह भी पढ़ें

सीमैप औषधीय केंद्र पंतनगर में मृत मला नर हाथी, दात सुरक्षित, शरीर पर चोट के निशान नहीं

देश में प्रति व्यक्ति 28 पेड़ और कुमाऊं में साढ़े पांच हेक्टेयर जंगल, जरूरत है इसे सहेजने की


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.