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गंगा की अविरलता को लेकर जिम्मेदार बनें राज्य: गोविंदाचार्य

विचारक और समाज सेवी केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए राज्य सरकारों को अधिक जिम्मेदार बनने की जरूरत है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 07:46 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 08:27 PM (IST)
गंगा की अविरलता को लेकर जिम्मेदार बनें राज्य: गोविंदाचार्य
गंगा की अविरलता को लेकर जिम्मेदार बनें राज्य: गोविंदाचार्य

हरिद्वार, जेएनएन। विचारक और समाज सेवी केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि गंगा को लेकर मोदी सरकार की नीयत पर शक नहीं किया जा सकता, लेकिन गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए राज्य सरकारों को अधिक जिम्मेदार बनने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य के स्तर पर पुख्ता व्यवस्था न होने के कारण हालात में अपेक्षित बदलाव नहीं आ पा रहा है।

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गुरुवार को गोविंदाचार्य मातृसदन आश्रम पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रोफेसर ज्ञानस्वरूप सानंद ने गंगा के लिए अपना बलिदान दिया। उनका निधन लोकतंत्र में व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। कहा कि लोकतंत्र में संवेदनहीनता शुभ नहीं कही जा सकती।

जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि सानंद का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा के लिए फिर से आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि 12 अक्टूबर को स्वामी सानंद की पुण्यतिथि पर मातृसदन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में  आंध्र प्रदेश के प्रख्यात अभिनेता पवन कल्याण भी शिरकत करेंगे।  मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि सानंद के बलिदान दिवस पर शुक्रवार को तपस्या और शनिवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।

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