डेंगू पर अंकुश लगाने में सिस्टम फेल; पर अब मौसम पा रहा काबू
डेंगू पर अंकुश लगाने में इस बार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तरह से फेल साबित हुआ है। पर अब मौसम में ठंड क के साथ डेंगू का कहर खत्म हो रहा है।
रुड़की, जेएनएन। डेंगू पर अंकुश लगाने में इस बार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तरह से फेल साबित हुआ है। शहर से देहात तक डेंगू का प्रकोप रहा है। डेंगू और संदिग्ध बुखार से अनेक लोग अस्पतालों में भर्ती रहे। जबकि अब भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। 40 लोगों की डेंगू और संदिग्ध बुखार से जान तक जा चुकी है। हालांकि डेंगू से इतनी मौत होने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग नहीं करता है, लेकिन अब मौसम ने कमान संभाल ली है। मौसम में ठंडक बढ़ने से डेंगू का प्रकोप कम होने लगा है। इससे डेंगू के मरीजों की संख्या घटी है। चिकित्सकों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने से डेंगू का कहर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
सिविल अस्पताल रुड़की में प्रतिदिन दिन 10-15 मरीज डेंगू से पीड़ित आ रहे थे। गंभीर हालत होने पर चिकित्सक कई मरीजों को भर्ती भी कर रहे थे। डेंगू पीड़ितों के लिए बनाए गए दोनों वार्ड फुल हो गए थे। पीड़ितों की संख्या को देखते हुए सामान्य वार्ड में मच्छरदानी लगाकर डेंगू पीड़ितों को भर्ती करना पड़ रहा था, लेकिन अब उनकी संख्या कम होने लगी है। अस्पताल के दोनों डेंगू वार्ड अब खाली होने की स्थित में आ गए हैं। हालांकि चार मरीज अभी भर्ती हैं।
इसी तरह से ओपीडी में उपचार को आने वाले बुखार पीड़ितों में डेंगू की जांच कराने पर केवल पांच मरीजों में ही डेंगू के लक्षण मिले हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ठंड के मौसम में डेंगू का मच्छर पूरी तरह से निष्क्रिय हो जाता है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी डेंगू खुद ब खुद समाप्त हो जाएगा। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि सिविल अस्पताल में बनाए गए डेंगू के दोनों वार्ड अब खाली होने की स्थिति में है, जो मरीज भर्ती हैं उन्हें भी जल्द छुट्टी मिल जाएगी। मौसम में बढ़ी ठंडक के कारण डेंगू का प्रकोप कम होने लगा है।
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