यहां ग्राम पंचायतों में नहीं डेंगू से बचने के पुख्ता इंतजाम, जानिए
हरिद्वार जिले में पंचायतों में डेंगू से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं। स्थिति यह है कि किसी भी ग्राम पंचायत में कीटनाशक का छिड़काव नहीं हो रहा है।
रुड़की, जेएनएन। ग्राम पंचायतों में डेंगू से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हैं। स्थिति यह है कि जिले की किसी भी ग्राम पंचायत में कीटनाशक का छिड़काव नहीं हो रहा है। पूर्व में भी ग्राम पंचायतों में डेंगू से कई लोगों की जान जा चुकी है।
बरसात का सीजन शुरू होते ही डेंगू ने दस्तक दे दी है। रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में पूर्व के वर्षों में डेंगू कहर बरपा चुका है। पाड़ली, तेल्लीवाला, पनियाला आदि गांव में डेंगू की वजह से मौत तक हो गई थी। इसके अलावा भगवानपुर विकासखंड की कई ग्राम पंचायतों में भी डेंगू के कारण परेशानी रही है। डेंगू से निपटने को ग्राम पंचायत स्तर पर कोई इंतजाम नहीं है। यूजर चार्ज की वसूली ना होने के चलते अधिकांश ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई भी अब बंद हो चुकी है। इसके अलावा ग्राम पंचायतों की ओर से फॉगिंग आदि भी नहीं कराई जा रही है। इस कारण डेंगू के मच्छर को पनपने के लिए पूरी तरह से अनुकूल समय मिल रहा है।
ग्राम प्रधान सुमित चौधरी, सतेंद्र प्रकाश आदि की माने तो प्रशासन को ग्राम पंचायतों में कीटनाशक और फॉगिंग आदि करानी चाहिए, या फिर ग्राम पंचायतों को इसके लिए बजट भी दिया जाए। कई बार इस संबंध में मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डीपीआरओ आरसी त्रिपाठी का कहना है कि केंद्र सरकार ने 14 वें वित्त का बजट ग्राम पंचायतों में आना शुरू हो गया है। ग्राम पंचायतें इससे कीटनाशक का छिड़काव करा सकती हैं वैसे यूजर चार्ज से भी नियमित रूप से छिड़काव किया जा सकता है। इस पर ग्राम पंचायतों को ध्यान देना होगा।
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पाड़ली गांव में चलेगा अभियान
जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि सोमवार से रुड़की शहर से सटे पाड़ली गांव में डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। साथ ही डेंगू के लार्वा को चिह्नित कर उसको नष्ट करने का काम भी किया जाएगा।
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