Coronavirus: हरिद्वार में कोरोना संक्रमित युवक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा
उत्तरी हरिद्वार के कोरोना संक्रमित युवक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया है। घर पर रहने की हिदायत के बावजूद वह चार दिन तक घूमता रहा। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
हरिद्वार, जेएनएन। उत्तरी हरिद्वार के कोरोना संक्रमित युवक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया है। दरअसल 21 मई को युवक का स्वैब सैंपल लेकर घर पर रहने की हिदायत दी गई थी, लेकिन वह चार दिन तक बाहर घूमता रहा। युवक उस कार्यक्रम में भी शामिल हुआ, जिसमें कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक पहुंचे थे। अगले दिन रिपोर्ट आई तो युवक कोरोना पॉजीटिव निकला।
पुलिस के मुताबिक उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला क्षेत्र के भागीरथीनगर निवासी खेमचंद्र शर्मा ने कोरोना जैसे लक्षण महसूस होने पर 21 मई को मेला अस्पताल पहुंचकर अपना टेस्ट कराया। उसके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। सैंपल लेने के दौरान ही उससे एक प्रपत्र भराया गया। जिसमें यह हिदायत दी गई कि रिपोर्ट आने तक वह घर से बाहर नहीं निकलेगा। आरोप है कि इसके बावजूद वह चार दिन तक घर से बाहर घूमता रहा।
25 मई को राशन वितरण कार्यक्रम में भी पहुंचा था। इस मामले में युवक की लापरवाही को देखते हुए बहादराबाद सीएचसी के डॉ. विनय कुमार सिंह की ओर से शहर कोतवाली में तहरीर दी गई। जिसमें यह बताया गया कि प्रपत्र भरने के बावजूद युवक चार दिन तक बाहर घूमकर दूसरों की जान को खतरे में डालता रहा। शहर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ हत्या का प्रयास, लॉकडाउन उल्लंघन व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
युवक को किसने दी पार्षद की पर्ची
कार्यक्रम में शहर भर से करीब 1100 ब्राह्मण शामिल हुए। भाजपा पार्षदों और निकाय चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाले भाजपा नेताओं से उनके वार्ड में रहने वाले ब्राह्मणों की सूची मांगी गई थी। उनके माध्यम से ही निमंत्रण भेजा गया था। बताया गया है कि खेमचंद्र शर्मा को पार्षद अनिल मिश्र की ओर से कार्यक्रम में आने का निमंत्रण मिला था। सवाल यह है कि क्या भाजपा के स्थानीय नेताओं को यह जानकारी नहीं थी कि कोरोना संदिग्ध के तौर पर खेमचंद्र का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
नर्स और लैब टैक्नीशियन पर कार्रवाई कब
स्वास्थ्य विभाग ने उत्तरी हरिद्वार के कोरोना संक्रमित युवक के खिलाफ तो मुकदमा दर्ज करा दिया। वहीं, अपने विभाग की नर्स और लैब टैक्नीशियन के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी गई। नर्स और लैब टैक्नीशियन भी सैंपल जांच के लिए भेजने के बावजूद अस्पताल व लैब में आते रहे।
क्वारंटाइन उल्लंघन पर मुकदमा
लक्सर क्षेत्र में तिलकपुरी गांव निवासी धर्मपाल को होम क्वारंटाइन किया गया था। वह होम क्वारंटाइन का पालन नहीं कर रहा था। किसी ने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी थी। जिसके बाद नोडल अधिकारी की ओर से आरोपित के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके अलावा छह और लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इनमें तीन ब्रह्मपुर जट और तीन बसवाखेड़ी के हैं।
घर से बाहर काम करते मिले 22 होम क्वारंटाइन किए लोग
लक्सर के कलसिया गांव में होम क्वारंटाइन किए गए 22 लोग घरों से बाहर काम करते मिले। सर्वे अधिकारी बनाए गए सहायक अध्यापक परविंद्र कुमार ने एसडीएम को इसकी रिपोर्ट भेजी है।
गंगा से सटे क्षेत्र के कलसिया गांव निवासी कुछ लोगों ने पैदल अपने घरों को लौट रहे प्रवासियों को नाव से गंगा पार कराई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 22 लोगों को चिह्नित कर होम क्वारंटाइन किया था। बावजूद इसके ये होम क्वारंटाइन का पालन करने के बजाय गांव में खुलेआम घूम रहे हैं। साथ ही, गांव के बाहर जाकर भी काम कर रहे हैं।
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वहीं, कोरोना संक्रमण के चलते सील किए गए क्षेत्र के गांवों से ग्रामीणों के बाहर आने-जाने की सूचना मिल रही है। एसडीएम पूरण सिंह राणा का कहना है कि ग्रामीणों से नियमों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है।