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Haridwar Maha Kumbh 2021: हरिद्वार कुंभ की पहली परीक्षा होगी मकर संक्रांति स्नान पर्व

Haridwar Maha Kumbh 2021 14 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान पर्व मेला पुलिस और प्रशासन के लिए कुंभ-2021 की पहली परीक्षा साबित होगा। चूंकि कोविड काल में यह पहला स्नान पर्व है जिस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। इसलिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के आसार हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 07:34 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 07:34 PM (IST)
Haridwar Maha Kumbh 2021: हरिद्वार कुंभ की पहली परीक्षा होगी मकर संक्रांति स्नान पर्व
मकर संक्रांति स्नान पर्व मेला पुलिस और प्रशासन के लिए कुंभ-2021 की पहली परीक्षा साबित होगा। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Maha Kumbh 2021 आने वाली 14 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान पर्व मेला पुलिस और प्रशासन के लिए कुंभ-2021 की पहली परीक्षा साबित होगा। चूंकि कोविड काल में यह पहला स्नान पर्व है, जिस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। इसलिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के आसार हैं। हालांकि, स्नान पर्व के लिए ट्रैफिक प्लान और प्रशासनिक व्यवस्थाएं 10 जनवरी तक तय होंगी, अलबत्ता कुंभ मेला पुलिस फिलहाल 15 लाख श्रद्धालुओं के संभावित संख्या को ध्यान में रखते हुए तैयारियों में जुट गई है।

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धर्मनगरी में स्नान पर्व और मेलों का सिलसिला साल भर चलता है। मकर संक्रांति स्नान पर्व की गिनती साल के बड़े स्नान पर्वों में होती है। वहीं, कुंभ और अर्द्धकुंभ के दौरान मकर संक्रांति स्नान पर्व का महत्व बढ़ जाता है। इसे कुंभ या अर्द्धकुंभ का पहला स्नान माना जाता है। इस साल 14 जनवरी को होने वाला मकर संक्रांति स्नान पर्व श्रद्धालुओं के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कोविड काल के बाद कांवड़ मेला, सोमवती अमावस्या, कार्तिक पूर्णिमा जैसे तमाम स्नान पर्वों पर प्रतिबंध रहा है।

मकर संक्रांति स्नान पर्व के लिए कई राज्यों से श्रद्धालु होटल, धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्थाओं के लिए फोन कर रहे हैं। पूजन और कर्मकांड आदि धार्मिक कार्य संपन्न कराने के लिए श्रद्धालु अपने तीर्थ पुरोहितों से भी संपर्क साध रहे हैं। जिससे यह माना जा रहा है कि मकर संक्रांति स्नान पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। स्नान पर्व पर सुरक्षा और यातायात की जिम्मेदारी कुंभ मेला पुलिस को सौंपी गई है। इसलिए स्नान पर्व मेला पुलिस और प्रशासन के लिए कुंभ का ट्रायल साबित होगा। कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल व मेला एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी मेला ड्यूटी और ट्रैफिक प्लान को लेकर अधीनस्थों के साथ अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं। 

आठ जनवरी को डीजीपी अशोक कुमार भी हरिद्वार पहुंचकर मकर संक्रांति स्नान पर्व और कुंभ की तैयारियों को परखेंगे। आइजी कुंभ संजय गुंज्याल ने बताया कि 10 जनवरी तक मकर संक्रांति स्नान पर्व के जोन, सेक्टर व ट्रैफिक प्लान फाइनल कर दिया जाएगा।

स्नान से पहले पूरे होंगे कई जरूरी निर्माण

मकर संक्रांति स्नान पर्व पर प्रशासनिक व्यवस्थाएं जिला प्रशासन संभाल रहा है, लेकिन कुंभ मेला अधिष्ठान निर्माण कार्यों की दृष्टि से इसमें सहयोग देगा। कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि मकर संक्रांति स्नान पर्व को देखते हुए कांवड़ पटरी पर सड़क निर्माण कार्य 14 जनवरी से पहले पूरा कराया जाएगा। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि कुंभ के लिए जिन गंगा घाटों का निर्माण कराया गया है, मकर संक्रांति स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिले। मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि मकर संक्रांति पर्व की व्यवस्थाओं पर मेला अधिष्ठान पूरी नजर रखेगा। ताकि शाही स्नान पर बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं की जा सकें।

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श्रीमहंत रविंद्र पुरी (सचिव श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी हरिद्वार) ने कहा कि मकर संक्रांति स्नान पर्व पर गंगा स्नान को बहुत उत्तम माना गया है। यह पापों का प्रायश्चित करने का दिन है। इस दिन तिल के लड्डू बनाए जाते हैं। काले ओर सफेद तिल के लड्डू और तिल गंगा में अर्पित कर स्नान किया जाता है। भले ही मकर संक्रांति स्नान पर्व पर कोई प्रतिबंध नहीं है, फिर भी शारीरिक दूरी सहित सरकार की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।

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